जन्मदिवस पर लिया देहदान संकल्प
कंपटीशन
कॉलोनी,महावीर नगर थर्ड निवासी इंद्रजीत कौर ने कल अपने 38 वें जन्म दिवस
पर शाइन इंडिया फाउंडेशन के साथ देहदान का संकल्प पत्र भरा । इंद्रजीत जी
काफी समय से नेत्रदान अंगदान और देहदान की खबरों को समाचार पत्र में पढ़ती
रहती थी ।
देहदान का
संकल्प लेते हुए उन्होंने कहा कि,मेरी मृत्यु यदि इस तरह से होती है
कि,मेरे अंगों से किसी का जीवन बच सकता हो, तो मेरा नेत्रदान व अंगदान किया
जा सके और यदि अंगदान की अवस्था नहीं बनती है, तो नेत्रदान व देहदान किया
जा सके,इंद्रजीत जी पूर्व में शिक्षिका रही हैं और उन्होंने अपने सिख धर्म
में यही सीखा है कि,जितना भी हो सके हमें मानवता को बचाने का कार्य करना
चाहिए । देहदान-अंगदान एक ऐसा माध्यम है,जिससे हम मृत्यु के बाद भी,आने
वाली भावी चिकित्सकों को शिक्षा का ज्ञान दे पाते हैं,और कुछ लोगों का जीवन
बचा पाते हैं ।
इंद्रजीत
जी के पिताजी सरदार रविंद्र सिंह जी ने अपने बेटी के देहदान के निर्णय पर
गौरवान्वित होते हुए कहा कि, हमने उसको समझाया की,देहदान संकल्प के लिये
अभी आपकी उम्र कम है,तो उसने कहा कि पापा मृत्यु उम्र देख कर नहीं आती
है,आप तो जब भी शोक का समय आता है, तो बस पीछे मत हटना । इंद्रजीत जी
वर्तमान में शाइन इंडिया फाउंडेशन के सात ज्योति मित्र बनकर लोगों को
नैत्रदान-अंगदान-देहदान के प्रति जागरूक कर रही हैं ।
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