बूँदी निवासी संस्कृत व्याख्याता का देर रात निधन अल-सुबह नेत्रदान*
*कड़कड़ाती ठंड में बूँदी में अल सुबह नैत्रदान सम्पन्न*
*पुत्री की राह पर अब पिता का भी नैत्रदान सम्पन्न*
जवान
नगर बूंदी निवासी श्रीमान उदय लाल जी शास्त्री 75 वर्ष का कल देर रात
आकस्मिक निधन हो गया । निधन के उपरांत उनके बेटे यागवेंद्र,भोलाशंकर और
नाती डॉ० अखिलेश शर्मा ने आपस में सहमति करके निर्णय लिया कि यदि किसी तरह
से पिताजी का मित्र काम का कार्य संपन्न हो जाए तुझसे पुनीत कार्य कुछ नहीं
हो सकता नेत्रदान के बारे में संपर्क करने के लिए वह रात 3:30 बजे ही शाइन
इंडिया फाउंडेशन के ज्योति मित्र मनीष सिसोदिया जी के घर पहुंच गये ।
मनीष
जी ने ठीक उसी समय शाइन इंडिया फाउंडेशन व ईबीएसआर-बीबीजी चैप्टर के
अध्यक्ष डॉ कुलवंत गौड़ को संपर्क किया डॉ कुलवंत ने उनको आश्वासन दिया
कि,नैत्रदान के लिये जरूरी किट को लेकर वह स्वयं तुरंत ही बूँदी के लिये
रवाना हो रहे हैं ।
तेज़
ठंड,और कोहरे के बाद भी,नैत्रदान लेने के लिए टीम समय पर पहुँच गयी, और
संस्था सदस्य इदरीस बोहरा के सहयोग से जवाहर नगर स्थित निवास पर ही उदय लाल
जी के नेत्रदान की प्रक्रिया परिवार के सभी सदस्यों के बीच संपन्न हुई ।
उदय
लाल शास्त्री जी संस्कृत के सेवानिवृत्त शिक्षक थे, सेवानिवृत्ति के बाद
से वह घर पर ही समाज और शहर के लोगों की समस्याओं को शास्त्रों के माध्यम
से दूर करते थे । अभी 2 माह पहले ही इनकी बेटी मंजू शर्मा का नेत्रदान भी
शाइन इंडिया फाउंडेशन के माध्यम से संपन्न हुआ था ।उनके बड़े बेटे
यागवेंद्र एमबीएस हॉस्पिटल कोटा में सहायक लिपिक के पद पर कार्यरत हैं ।
ईबीएसआर
बीबीजे चैप्टर के अध्यक्ष के डॉ कुलवंत गौड़ ने बताया कि, अभी तक बूंदी से
68 नेत्रों का संकलन किया गया है,और इस वर्ष 14 नेत्रों का संकलन हुआ है ।
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