*-जिला कलेक्टर झालावाड़ ने किया 36वें नेत्रदान जागरूकता पखवाड़े का शुभारंभ-*
25 अगस्त से 8 सितम्बर तक पूरे भारत में राष्ट्रीय नैत्रदान जागरूकता पखवाड़ा कार्यक्रम मनाया जाता है । इस दौरान सम्पूर्ण भारत में नैत्रदान व इससे जुड़ी जरूरी जानकारी को आमजन में पहुँचाने के लिये देश भर में जागरूकता कार्यशाला, शिविर व रोचक प्रतियोगितायें आयोजित की जाती हैं ।
इसी क्रम में शाइन इंडिया फाउंडेशन, संभाग भर में शहर के शीर्ष प्रशासनिक अधिकारियों के साथ जागरूकता अभियान के कार्यक्रम कर रहा है ।
शुक्रवार शाम को झालावाड़ जिला कलेक्टर श्री हरिमोहन मीना जी ने शाइन इंडिया फाउंडेशन व आई बैंक सोसायटी बीबीजे चैप्टर की सराहना करते हुए कहा कि,नैत्रदान के माध्यम से दृष्टिहीन व्यक्तियों को यह सुन्दर दुनिया को देखने का अवसर मिलता है, हम सभी को पुरानी रूढ़िवादी बातों व कुरीतियों को त्यागकर नेत्रदान हेतु जनमानस को प्रेरित व जागृत करना चाहिये । नैत्रदान की उपयोगिता और महत्ता को समझते हुए, जिला कलेक्टर महोदय ने भी अपने नैत्रदान संकल्प पत्र पर हस्ताक्षर कर शाइन इंडिया फाउंडेशन को सौंपा ।
शाइन इंडिया फाउंडेशन, झालावाड़ शाखा के ज्योति-मित्र बादल अग्रवाल ने बताया कि संस्था के सहयोग से वर्ष 2011 से अभी तक झालावाड़ शहर से 26,व शहर के पास ही भवानीमंडी क्षेत्र से 80 नेत्र प्राप्त हुए है।
ज्ञात हो कि,वर्तमान में झालावाड़ जिले में कहीं भी कोई मृत्यु होती है,और उनके परिजन यदि नैत्रदान करवाना चाहते है,तो वह 8386900102 पर 24 घंटे में किसी भी समय पर सम्पर्क कर सकते है । दो-से ढाई घंटे में कोटा से नैत्रदान लेने के लिये शाइन इंडिया की टीम आ जाती है,और पार्थिव शव से कॉर्निया प्राप्त कर लेती है। नैत्रदान पूर्णतया रक्तविहीन प्रक्रिया है,जिसमें न चेहरा विकृत होता है,न इसमें 10 मिनट से ज्यादा समय लगता है ।
टीम के घर तक आने तक,आँखों को पूरा बंद करा जाये,उन पर गीली पट्टी,और पंखा बंद रखा जाये। हर वह व्यक्ति जो 2 वर्ष से 80 वर्ष की उम्र का है,वह नैत्रदान कर सकता है। चश्मा लगा हुआ व्यक्ति, बी पी ,थाइरोइड,हृदय सम्बंधित बीमारी वाले व्यक्ति भी नैत्रदान का संकल्प व नैत्रदान कर सकते है । नैत्रदान करवाने के लिये पार्थिव शव को कहीं अस्पताल या घर से कहीं अन्यत्र ले जाने की आवश्यकता नहीं होती है। नैत्रदान की सम्पूर्ण प्रक्रिया घर पर,मुक्तिधाम में या किसी भी अस्पताल में कई जा सकती है।
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