राजस्थान में मोब लॉन्चिंग क़ानून अमल आने के बाद भी ,, अजमेर थाना क्षेत्र में , एक पिता , बेटे को , हिन्दू बाहुल्य इलाक़े में , भीख मांगते देख , कुछ लोगों ने ललित शर्मा के नेतृत्व में , उसके साथ , धार्मिक उन्मांद भड़काने वाली बातें कर , मार पिटाई की , ललित शर्मा और दूसरे लोगों ने , इस भीख मांगने वाले को घेर कर मारा , उसके रूपये वगेरा भी छीनने लिए , आधार कार्ड वगेरा निकलवा कर , ,देखा यहां तक के एक नाबालिग पुत्र के साथ भी लातों , घूंसों से भी मारपीट की , विडिओ वायरल हुआ ,,, लेकिन अफ़सोस , पुलिस ने , संज्ञेय अपराध होने पर भी , सिर्फ शांति भंग का मामला बनाया , और बस मामला खत्म , , टोंक के पत्रकार मोहसीन रशीद ने , जब यू ट्यूब चैनल पर राजस्थान की अमन सुकून के फ़क़ीर ख्वाजा की नगरी , ब्रहम्मा मंदिर के पुष्कर के निकट स्थित , अजमेर में , इस तरह की घटना का सच , बताया , तो राजस्थान के अमन पसंद लोगों के रोंगटे खड़े हो गये , राजस्थान में ,, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जैसे , पारदर्शी , संवेदनशील , छतीस क़ौमों के नेता के नेतृत्व में चल रही सरकार , के चलते इस तरह की गंभीर घटना , और फिर , राजस्थान के रामगंज पुलिस थानाधिकारी द्वारा , ऐसे मामलों में संज्ञय अपराध होने पर भी , मात्र शांति भंग की कार्यवाही करना , निश्चित तोर पर , पुलिस अधिकारीयों , प्रशासनिक अधिकारीयों के एक गिरोह की , मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के शासन को बदनाम करने की साज़िश है , इस मामले में मोहसीन खान के यू ट्यूब चैनल के वायरल होने के बाद , राजस्थान में खलबली मची , जो लोग , विधायक है , ,जो लोग मुस्लिम समाज की नेतागिरी के नाम पर , ऐशो आराम करते महत्वपूर्ण पद लेकर , सरकार की सुविधाओं की रसमलाई खाते है , वोह इस गंभीर घटना पर , खामोश रहे , उनकी जुबां पर तो पहले भी ताले थे , अभी भी इस घटना के बाद भी ताले ही लगे देखे गए , गंभीर घटना थी , बात किसी समाज , किसी धर्म , किसी निहत्थे व्यक्ति , किसी छोटे से मासूम बालक को नफरत की भाषा , धार्मिक नफरत द्वेषता की वजह से पिटाई ,करना , प्रताड़ित करने की नहीं है , ,बात राजस्थान के गाँधी , राजस्थान की आंधी , अशोक गहलोत की सरकार को बदनाम करने की साज़िश है ,, इस गंभीर घटना के बाद , मेने म टोंक के मोहसीन खान के यू ट्यूब चैनल ,, के साथ , इस गंभीर घटना की शिकायत ,, तत्काल , ज़रिये ई मेल ,, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत , उनके विशेषाधिकारी ,पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलेट ,, अल्पसंख्यक मामलात मंत्री सालेह मोहम्मद , को की , वाट्स एप्प पर कांग्रेस के सभी मुस्लिम समाज के विधायकों ,, अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रिय अध्यक्ष , राजस्थान के प्रभारी , पुलिस महानिदेशक , अजमेर की नसीम अख्तर , अजमेर दरगाह कमेटी के , अमीन पठान , डॉक्टर आज़म बेग,, ,इमरान प्रताप गढ़ी , , असरार अहमद , पूर्व वक़्फ़ बोर्ड चेयरमेन खानु खान , पूर्व मंत्री नवाब दुर्रू मियाँ , सहित ,जो भी लोग दरबारी है , जो लोग , भविष्य में मंत्री दर्जा पद प्राप्त करने की कोशशों में है , ,सभी को भेज कर राजस्थान के अमन सुकून को बचाने ऐसे अपराधियों को सज़ा दिलवाने की इल्तिजा की , अफवाह फैलाई गयी , पुलिस अपराधी को गिरफ्तार कर लिया , तब मेने उन्हें खुलासा किया , शांति भंग में गिरफ्तार कर छोड़ दिया , मोब लॉन्चिंग , नफरत फैलाने , सहित दूसरी धाराओं में ,कोई मुक़दमा दर्ज नहीं ,, कोई गिरफ्तारी नहीं हुई ,है , अल्पसंख्यकों पर ज़ुल्म ज़्यादती , पक्षपात पर जिन लोगों की ज़ुबानों पर ताले है , वोह तो फिर भी चुप रहे , कोई जवाब , कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी , लेकिन दरगाह अजमेर के चेरयमैन अमीन पठान , ने इस मामले , संज्ञान लिया , पुलिस अधीक्षक से बात की , राष्ट्रिय अल्पसंख्यक आयोग में भी कार्यवाही के लिए भेजा है ,, खानु खान , डॉक्टर आज़म बेग सक्रिय हुए , खुद आबिद कागज़ी ने अपने कर्तव्यों के निर्वहन की कार्यवाही करते हुए , अजमेर इकाई को सक्रिय किया ,पुलिस अधीक्षक से बात की , लिखित में शिकायत दिलवाई ,, दोषी लोगों को सख्त सज़ा देने की मांग उठाई ,, एस डी पी आई सहित दूसरे संगठन भी इस मामले में दोषी लोगों के खिलाफ कार्यवाही के लिए आगे आये म असरार अहमद , डॉक्टर आज़म बेग , आबिद कागज़ी , खानू खान , ठाकुर शमशेर भी सक्रिय हुए , , कई हिन्दू समाज के धर्म निरपेक्ष साथियों ने भी इस घटना पर , आपत्ति जताते हुए , इसे निंदनीय बताकर , दोषी लोगों को दंडित करवाने में कंधे से कंधा मिलाकर , मदद का आश्वासन दिया , बात राजस्थान , राजस्थान के गांधी , उनकी छवि खराब करने की साज़िशों की है , राजस्थान मोबलिंचिंग के खिलाफ क़ानून बनाने वाला पहला राज्य , राजस्थान के गाँधी , जिन्होंने नफरत फैलाने पर , विश्व हिन्दू परिषद के तात्कालिक अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया को जेल भेज कर राजधर्म निभाया ,, नफरत के खिलाफ सख्त कार्यवाही का संदेश दिया , उस राजस्थान में , अशोक गहलोत के शासन में , ऐसी नफरतबाज़ी की हरकतें , और फिर , उसे दबाने की कोशिश में , पुलिस खुद इन्वॉल्व , सिर्फ शांति भंग की कार्यवाही ,, खुद कोई कार्यवाही नहीं की , घटना के खुलासे के बाद भी , थानाधिकारी इस लापरवाही के लिए प्रशासनिक रूप से दंडित नहीं किये गए , कोई जाँच कार्यवाही नहीं हुई ,, मुक़दमा दर्ज हुआ या नहीं इसका कोई खुलासा नहीं , भाजपा , कांग्रेस , या किसी भी दल के नेता , अल्पसंख्यक विभाग के नेताओं की कोई बयान बाज़ी अख़बार में नहीं , अखबार में खबर तक नहीं ,, लेकिन नफरत बाज़ , नफरत बाज़ों को बचाने की साज़िश रच कर , राजस्थान के गाँधी अशोक गहलोत को बदनाम करने की कोशिशकर्ता ,, अशोक गहलोत के सुशासन के आगे , टिकेंगे नहीं , ऐसे अपराधियों को सज़ा ज़रूर मिलेगी , बात किसी हिन्दू समाज , किसी मुस्लिम समाज की नहीं , बात नफरत की है , बात राजस्थान की सुख शांति , अमन चेन , धार्मिक सौहार्द को बिगाड़ने की कोशिशों की है ,ऐसे लोगों को चाहे वोह हिन्दू समाज के हो ,चाहे वोह मुस्लिम समाज के हों , सज़ा ज़रूर मिलना चाहिए , और सभी धर्मों के , ज़िम्मेदार लोगों को ऐसे नफरत बाज़ों , का बहिष्कार करना चाहिए , ऐसे नफरत बाज़ों को सज़ा मिले इसके लिए सख्त क़दम उठाना चाहिए ,, क्योंकि कोई समाज , कोई भी धर्म , कोई भी व्यक्ति , अपराधी नहीं ,होता समाज नफरत नहीं सिखाता , कुछ लोग है , जो ऐसी नफरत को बढ़ावा देकर , खुद को अपने क्षेत्र में , धर्म का ठेकेदार साबित करना चाहते है , और ऐसे लोगों के लिए , हमारे जैसे , विधायकों , नेताओं की चुप्पी , हमारी सरकार में , अजमेर के पुलिस अधिकारीयों , प्रशासनिक अधिकारीयों की गोल मोल कार्यवाही , पूरी तरह से दोषी है , ,लेकिन यह राजस्थान है , यहाँ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत है , वोह उदार भी है , वोह गाँधी भी है , लेकिन हिंसक वारदातों के ज़िम्मेदारों ,, धार्मिक नफरतबाज़ों के लिए वोह भगत सिंह भी है , सुभाष चंद्र बोस भी है , इंसाफ परस्त भी है ,ऐसे लोगों को सज़ा ज़रूर मिलेगी ,, ज़रूर मिलेगी ,, अगर ऐसे लोगों की गिरफ्तारी नहीं हुई , तो राजस्थान के शासन पर कलंक लगेगा , इसलिए ऐसे लोगों को सज़ा मिलेगी , अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
24 अगस्त 2021
राजस्थान में मोब लॉन्चिंग क़ानून अमल आने के बाद भी ,, अजमेर थाना क्षेत्र में , एक पिता , बेटे को , हिन्दू बाहुल्य इलाक़े में , भीख मांगते देख , कुछ लोगों ने ललित शर्मा के नेतृत्व में , उसके साथ , धार्मिक उन्मांद भड़काने वाली बातें कर , मार पिटाई की
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