नफरत के खिलाफ मोहब्बत की जंग में , पीस मिशन के , कामयाब कमांडर, कोटा के समाज सेवी , निक्कू न्याज भाई को , उनकी सालगिराह पर कामयाबी , खुशहाली , सहत्याबी, उम्रदराज़ी की पुर खुलूस दुआए,
बधाई
, मुबारकबाद ,, यारों के यार , गरीब , ज़रूरत मंदों के हमदर्द , हिन्दू , मुज़लिम , धर्म , मज़हब आलिमों के अदब नशीन, भाई निक्कू न्याज , पीस मिशन के मुखिया के नाते , मोहब्बत के एक फ़क़ीर बनकर ,, नफरत के खिलाफ , मोहब्बत के पैगाम के साथ , अपने सिफसालारों के साथ , जंग के मैदान में है , नफरत के कई बेवजह मामलों को निक्कू न्याज भाई ने , मोहब्बत की समझाइश से , कोमी एकता , ज़िंदाबाद के नारे के साथ , मेरा भारत महान , सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा, जैसे नारों के साथ , एक दूसरे से गले मिलाकर , मोहब्बत के माहौल में बदल दिया ,, कोटा के समाजसेवी ,निक्कू न्याज़ भाई के अध्यक्षीय आयोजन में, कोटा में ही नहीं राजस्थान और देश भर में आयोजित अलग अलग कार्यक्रमों में , ,,क़ौमी एकता कॉन्फ्रेंस में नफरत के खिलाफ ,मोहब्बत की जंग को लेकर ,,अमन का परचम फहराया जाता रहा है, ,,,,निक्कू न्याज़ अहमद ,यूँ तो अहमद की न्याज़ ,,कहे जाते ,है वोह ,कोटा की सर ज़मीन पर लगातार कई सालों से समाजसेवा क्षेत्र से जुड़कर बिना किसी राजनीती के लोगो खिदमत के साथ क़ौमी एकता का पैगाम दे रहे है ,दलगत राजनीति से अलग हठकर ,,समाज ,धर्म ,मज़हब के दायरे से ऊपर उठकर ,,लगातार गरीबों की मदद करना इनका स्वभाव है , ,इसीलिए पीस मिशन ,सोसायटी द्वारा ,,निक्कू न्याज़ अहमद को दो वर्ष पहले जब सोसायटी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया ,तो निक्कू न्याज़ भाई ने कोटा की गलियों से निकलकर ,मज़हबी कार्यक्रमों में अमन की बात करने से अलग हट कर सिर्फ सिर्फ अमन की बात करने ,क़ौमी एकता की बात करने के लिए , कोटा , राजस्थान सहित देश भर में अमन पसंद मौलवी , पण्डित , धर्माचार्यों के मोटीवेशनल कार्यक्रम रखे , जयपुर के बिरला ऑडिटोरियम में , इनका कार्यक्रम ऐतिहासिक रहा ,क़ौमी एकता के पैगाम के साथ,, हज़ारों सफ़ेद गुब्बारे ,सफ़ेद कबूतर छोड़े गए ,पिंक सिटी जयपुर शहर को क़ौमी एकता के रंग में रंगने की कामयाब कोशिशें ने जयपुर को प्यार , मोहब्बत , खुलूस से लबरेज़ कर दिया ,,,,न्याज़ अहमद निक्कू भाई ने कार्यक्रमों के आयोजन में जो गंदगी ,जो गुटबाज़ी ,होती है उसे कभी नहीं फैलेने दी, ,बल्कि बढे दिल का सुबूत देकर सभी लोगो को निर्गुट होकर आजिज़ी से, हर आयोजन , हर कोमी एकता पैगाम , कार्यक्रमों के दावतनामें दिये ,,कोटा में ऐसे कार्यक्रम के लिए पहली बार बिना गुटबाज़ी के दावतनामे आजिज़ी के साथ दिए जाने का रिकॉर्ड क़ायम हुआ है ,,, कहते है जब भी ऐसे कार्यक्रम चुनाव के पूर्व होते है तो ऐसे लोगो के सियासी फायदे को जोड़ दिया जाता ,है ,इसी कहावत को झूंठी साबित करने के लिए निक्कू न्याज़ अहमद ने सार्वजनिक रूप से घोषणा भी की है , के , वोह सियासत नहीं ,,खिदमत कर रहे है ,,अमन सुकून के लिए संघर्ष कर रहे ,है वोह धोखा नहीं ,करेंगे वोह न चुनाव लड़ेंगे ,न कोई, सियासी पद लेंगे ,,ऐसे में सभी सियासी इल्ज़ामात की सम्भावनाओ पर विराम भी लग गया है निक्कू न्याज़ अहमद का मानना है, के धर्म मज़हब ,सियासत से अगर हम ऊपर उठेंगे ,,बतभी हम अमन की बात कर सकेंगे , ,,बस निक्कू न्याज़ भाई का यही पैगाम है ,त्यौहार देश के ,है मज़हब के नहीं ,,हर मज़हब देश का है किसी एक का नहीं ,ऐसे में हम एक दूसरे के साथ मिलजुलकर त्योहारों के हिस्सेदार क्यों नहीं बने ,,,निक्कू न्याज़ अहमद ,, उनके क़ौमी एकता कार्यक्रम की क्रियान्विति मंसूबों में कामयाब हो ,अल्लाह उन्हें दलगत राजत्नीति ,गुटबाज़ी ,,गंदी सियासत ,,कार्यक्रम कराकर सियासी हिस्सेदारी मांगने ,,टिकिट ,सियासी पद हांसिल करने की दौड़ में शामिल होने वाले गंदगी से बचाये रखे ,अल्लाह उन्हें कमायाबी ,दे हौसला दे ,हिम्मत दे ,,और उनके इस निष्पक्ष ,निर्विवाद ,बिना किसी प्रतिफल के क़ौमी एकता का परचम लेकर निकलने का जो उनका शऊर है ,,,,ऐसा शऊर दूसरे सियासी भेड़ियों को भी सीखने की भी अल्लाह तौफ़ीक़ ,दे ,ताकि देश मे अमन सुकून क़ायम हो सके ,,भाईचारा सद्भावना क़ायम हो सके ,,लोगो को सियासी ठगी से बचाया जा सके ,अल्लाह निक्कू न्याज़ अहमद को उनके ऐसे हर मंसूबे में कामयाब करे ,बस यही दुआ ,,,है ,हम उनके हर ऐसे गैर सियासी क़ौमी एकता सहित किसी भी समाज सेवा कार्यक्रम आयोजन में कंधे से कंधा मिलाकर साथ है ,, ,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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