और जब उसे ज़रा फराग़ी हासिल हुयी तो बख़ील बन बैठा (21)
मगर जो लोग नमाज़ पढ़ते हैं (22)
जो अपनी नमाज़ का इल्तज़ाम रखते हैं (23)
और जिनके माल में माँगने वाले और न माँगने वाले के (24)
लिए एक मुक़र्रर हिस्सा है (25)
और जो लोग रोज़े जज़ा की तस्दीक़ करते हैं (26)
और जो लोग अपने परवरदिगार के अज़ाब से डरते रहते हैं (27)
बेशक उनको परवरदिगार के अज़ाब से बेख़ौफ न होना चाहिए (28)
और जो लोग अपनी शर्मगाहों को अपनी बीवियों और अपनी लौन्डियों के सिवा से हिफाज़त करते हैं (29)
तो इन लोगों की हरगिज़ मलामत न की जाएगी (30)
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
07 जून 2021
और जब उसे ज़रा फराग़ी हासिल हुयी तो बख़ील बन बैठा
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