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07 जून 2021

और जब उसे ज़रा फराग़ी हासिल हुयी तो बख़ील बन बैठा

 और जब उसे ज़रा फराग़ी हासिल हुयी तो बख़ील बन बैठा (21)
मगर जो लोग नमाज़ पढ़ते हैं (22)
जो अपनी नमाज़ का इल्तज़ाम रखते हैं (23)
और जिनके माल में माँगने वाले और न माँगने वाले के (24)
लिए एक मुक़र्रर हिस्सा है (25)
और जो लोग रोज़े जज़ा की तस्दीक़ करते हैं (26)
और जो लोग अपने परवरदिगार के अज़ाब से डरते रहते हैं (27)
बेशक उनको परवरदिगार के अज़ाब से बेख़ौफ न होना चाहिए (28)
और जो लोग अपनी शर्मगाहों को अपनी बीवियों और अपनी लौन्डियों के सिवा से हिफाज़त करते हैं (29)
तो इन लोगों की हरगिज़ मलामत न की जाएगी (30)

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