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13 जून 2021

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत , जादूगर है , उनकी जादूगरी ,,कोंग्रेस में संकट मोचक ,फार्मूला है ,, वोह कांग्रेस के एक सच्चे सारथी है

 राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत , जादूगर है , उनकी जादूगरी ,,कोंग्रेस में  संकट मोचक ,फार्मूला है ,, वोह कांग्रेस के एक सच्चे सारथी  है ,  मुख्यमंत्री के रूप में उनके फैसले जननायक की तरह,,, ,जनप्रिय  है , जबकि , कांग्रेस के अल्पमत लंगड़े बहुमत को भी वोह , बैसाखियों से चलाकर , इतनी पुख्ता , ,इतनी मज़बूत कर लेते है , के कांग्रेस अपने दोनों पैरों पर खडी होकर , विकास योजनाओं  , गरीब मज़दूरों की हितकारी योजनाओं के साथ , पुरे पांच साल डंके की चोट पर  जनहित कार्यों के साथ  पूरा करती है  ,,  कहते है कोई यूँ ही जननायक नहीं हो जाता , कोई यूँ ही ,  संकट मोचक नहीं बन जाता , कोई  यूँ ही , गरीबों का मसीहा नहीं बन जाता , कोई  यूँ ही , अशोका दी  ग्रेट ,, लोगों के दिलों की धड़कन , लोगों के दिलों का सम्राट नहीं हो जाता , इसके लिए ,  अशोक गहलोत की तरह , संवेदनशील बनना पढ़ता है , जनता के प्रति ज़िम्मेदार बनना पढ़ता है ,, पक्षपात से अलग थलग रहकर , निष्पक्ष ,, निर्भीक रहकर , गरीब , मज़दूर , किसान , महिलाओं , युवा सहित , सभी छत्तीस क़ौमों के लिए , गाँधीवादी विचारक बन , ईमानदारी से , दिन रात , अपने घर परिवार की तरह , आम लोगों के लिए फिक्रमंद होकर , सस्कारात्मक , कल्याणकारी , काम करना पढ़ता है , ,राजस्थान के  मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जिस तरह ,से ,, राजस्थान में कोरोना संकट के वक़्त , पहली और दूसरी लहर के वक़्त , कोई भूखा ना सोये ,, सभी को मुफ्त इलाज मिले , हर व्यक्ति को , तत्काल इलाज मिले , पीड़ित परिजनों को कल्याणकारी व्यवस्थाएं , क्षतिपूर्ति भत्ते , क्षतिपूर्ति राशि तत्काल मिले ,  इसके लिए भी अशोक गहलोत की अनुकरणीय योजनाए रही , है , जबकि अशोक गहलोत सरकार ने इन हालातों के बावजूद भी , राजस्थान के विकास का रथ रुकने नहीं दिया , राजस्थान में विकास , सौंदय्रकरण की योजनाए , चरम सीमा पर हैं , संवेदनशीलता देखिये ,, भाजपा के दिवंगत विधायकों के नाम पर भी , उनके क्षेत्र के किसी भी विश्विधायलय , या भवन का नामकरण रखा गया है ,, विधायकों  को उनके क्षेत्र के विकास के लिए पांच करोड़ ,प्रतिवर्ष , हर वर्ग को , आर्थिक मदद , उन्हें सबसे अलग , सबसे  जुदा कर देती है , अशोक गहलोत की यही महानता , उन्हें मज़बूती देती है , ताक़त देती है , और राजस्थान की जनता के बल पर ही , अशोक गहलोत उनके , उनकी सरकार के , कांग्रेस पार्टी के , राजस्थान के विकास , राजस्थान की अस्मिता , स्वाभिमान के खिलाफ जो भी खरीद फरोख्त ,, का बाज़ार हो , उकसाने ,भड़काने की सियासत हो ,तोड़फोड़ हो , कांग्रेस को ब्लेकमेल कर  मनमानी करवाने की साज़िशें हो , फिर चाहे उसमे केंद्र सरकार की पूरी ताक़त लगी हो ,,, खोतळी खुली हुई हो , बढे बढे लालच के पासे फेंके गए हो ,,  खुद महामहीम , विधानसभा के सत्र बुलाने तक में , ना नुकुर करने के प्रयास कर रहे हो , ऐसे में , अशोक गहलोत का नेतृत्व , बगावत के तेवरों , भड़काऊ कार्यक्रमों ,, के बावजूद भी , सुर्खुरू होकर , कांग्रेस को बचाते है , राजस्थान के स्वाभिमान को बचाते है , राजस्थान की सरकार को बचाते है ,, अशोक गहलोत ही हैं ,जिनकी  कोरोना नियंत्रण मैनेज़मेंट की , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने , दिल खोल कर तारीफ़ की है , अशोक गहलोत ही है  ,, जिन्होंने कोरोना की दूसरी लहर में , राजस्थान को ऑक्सीजन दिलवाने , वेक्सिनेशन , रेमडेसिविर इंजक्शन ,ब्लेक फंगस की दवाये प्रबंधन , वेंटिलेटर वगेरा के लिए , लगातार , केंद्र सरकार में , प्रधानमंत्री आदरणीय नरेंद्र मोदी जी से , लगातार आँखों में आँखे डालकर , राजस्थान के लिए मदद ली है , अशोक गहलोत ही है , जिनकी लगातार मांग पर , केंद्र सरकार की वेक्सिनेशन सप्लाई की ट्रिपल क़ीमत , व्यवस्था को खुद प्रधानमंत्री जी को बदलना पढ़ा ,, उन्होंने , केंद्र सरकार , राज्यों की सरकार , और निजी अस्पतालों के लिए अलग अलग वेक्सिनेशन बिक्री की क़ीमते निर्धारित की थी ,लेकिन अशोक आंदोलन की वजह से , देश की आम जनता और , राज्यों का , राजस्थान राजय का   , 18 अरब रूपये से भी ज़्यादा रुपया , वेक्सिनेशन कंपनियों की जेब में बेवजह जाने से बच गया ,, अशोक गहलोत , जहाँ रहते है , जिस पद पर , रहते है , बिंदास रहते है , हंसमुख रहते है , मुस्कुराते है , और गरीबों के हमदर्द बनकर ,बढ़ी से बढ़ी समस्याओं का समाधान करते है , भ्रष्टाचार के खिलाफ , संबंधित एजेंसियों को खुली छूट देकर , लगातार अभियान चलवाकर ,भ्रष्टाचार के कीड़े , मकोड़े अफसरों को पकड़वाते है , सज़ा दिलवाते है ,, कई बार उन्हें खुद की पार्टी के मंत्रियों ,  विधायकों के खिलाफ भी , भ्र्ष्टाचार की ,शिकायत  जनविरोधी कार्यक्रमों की शिकायत , महिलाओं के साथ अत्याचार मामले में , कठोर फैसले लेकर , उन्हें जेल भेजना पढ़ा है ,, लेकिन वोह अशोक गहलोत है ,कहते है , शासन  से बढ़कर कोई अपना पराया नहीं होता , यह अशोक गहलोत ने साबित कर दिखाया है , , अशोक गहलोत , किसी भी पद पर रहे , घमंड नहीं करते है , आम जनता से दुरी नहीं बनाते  है , उनकी एक भी शिकायत ऐसी नहीं है , के उन्हें , उनके हमदर्दों ने , स्वागत के लिए रोका हो , और वोह उनका दिल तोड़ कर , उनकी मालाये तोड़ कर , बिना माला पहने निकल गए हो ऐसा कभी किसी यात्रा के दौरान,, कई दूसरे नेताओं की तरह उन्होंने कभी नहीं किया  है ,, , अशोक गहलोत , फूलों की माला नहीं पहनते , लेकिन सूत की माला का स्वागत वोह स्वीकार करते है  ,,  वोह कार से उतरते है , कार्यकर्तों में ,उनके हमदर्दों में जाते  है ,उनके दुःख दर्द सुनते है , उनसे पारिवारिक वातावरण में वार्तालाप करते है , जहाँ वोह जाते है ,, वहां वोह ,, लोगों का दिल जीत लेते है ,,, उनके दफ्तर में , जो भी सुझाव , जो भी पत्र जाते है ,उन्हें वोह पढ़ते है , उन पर कार्यवाही के आदेश देते है , यथासम्भव , जवाब भी  देते है , , अशोक गहलोत का एक वाक़िया याद आता है , सांगोद के , विधायक भरत सिंह जी के विधासनभा क्षेत्र में किसान रैली थी , अशोक गहलोत , रैली के बाद ,बारां , सीमलिया कोटा रोड से , वापस कोटा लोट रहे थे ,, रास्ते में , पोलाई कलां , गावं के सरपंच  पुष्पेंद्र सिंह , जो देहात  कांग्रेस के जिला  महासचिव भी थे , उनका ,  कहना ,था  , अशोक जी कोटा के लिए इसी मार्ग से निकल रहे है ,, उन्हें रोक , सरपंच साहिब के ढाबे पर , अशोक जी का स्वागत करना है, अशोक गहलोत साहब का स्वास्थ्य खराब , उन्हें जाने की जल्दी थी , लेकिन ,, वहां स्वागत के लिए एकत्रित  कांग्रेस  जनों में ,पोलाई कलां सरपंच  पुष्पेंद्र सिंह हाड़ा ,, सुल्तानपुर के पूर्व प्रधान रईस खान सहित कई जनप्रतिनिधयो ,  साथ , ,मुझ अख्तर खान अकेला ने ,  प्रदेश कांग्रेस कमेटी सदस्य , प्रदेश अल्पसंख्यक विभाग का कोटा संभाग का चेयरमेन होने के नाते , उनकी गाडी रोकी , मेरे हाथ में माला थी , वोह जल्दी जाना चाहते थे , मेरा उनसे आग्रह था , के आप को , गाड़ी से उतरना होगा , कार्यकर्ताओं से सीधी बात करना होगी , उनके साथ थोड़ा वक़्त गुज़ारे , वोह आपका साथ , आपका आशीर्वाद ,  चाहते है , अशोक गहलोत के हाथ में मोबाईल,,  मोबाईल , पर , वोह आवश्यक मेसेज दे रहे थे , उन्होंने वोह काम  किया ,और  हाड़ोती के  ही  नहीं राजस्थान के  विकासपुरुष , शान्ति कुमार धारीवाल , गांधीवादी , पंकजमेहता ,, रविंद्र त्यागी , सहित , लम्बे लवाजमे के साथ , वोह  कार से ,उतरे  थोड़ा  नहीं , कार्यकर्ताओं की उम्म्मीद से बहुत ज़्यादा ,रुके , ,  ,ढाबे पर एकत्रित एक एक कार्यकर्ता से परिचित हुए , पारिवारिक माहौल में ,हंसी मज़ाक़ किया ,, जो साथ लवाजमे में ,थे  सभी को नाश्ते का इन्तिज़ार किया ,,  कुछ कहा ,कुछ सूना ,, और थोड़े से वक़्त में , वहां एकत्रित ग्रावमासियों पदाधिकरियों को हमेशा के लिए , अपना फेंन , अपना समर्थक , अपना पुजारी बना लिया , कार्यकर्ता को यही सम्मान तो चाहिए , जो अशोक गहलोत , हर  कार्यर्कता को बखूबी देते है , ,इसीलिए तो वोह अशोका दी ग्रेट है , अशोक महान है , संकट मोचक है , लंगड़े बहुमत को बैसाखी से मज़बूत कर ,बैसाखी हठा  कर , कांग्रेस को दोनों पैरों पर खड़ी कर , मज़बूत सरकार चलाने की हिम्मत रखते है ,, जनता की दुआए उनके साथ है , वोह खरीद फरोख्त ,सरकारें गिराने , केंद्र सरकार की सारी कोशिशें , ,बगावत के लिए उकसाने के हर प्रयास को विफल कर , अपने नाराज़ साथियों को , फिर से अपने साथ , लाने ,उन्हें अपने बनाने की जादूगरी करते , है , वोह राजस्थान को सुरक्षित रखते है , संरक्षित रखते है ,  विकसित , सोंदर्यकरत रखते है , राजस्थान की जनता को , किसानों को , मज़दूरों को , महिलाओं को , कर्मचारी , अधिकारीयों को , कार्यकर्ताओं को , सभी छत्तीस क़ौमों को साथ लेकर , चलते है ,, इसीलिए तो अशोक गहलोत , अशोक गहलोत कहलाते है , ,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान 9829086339

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