समाजसेवी,रंगकर्मी डॉक्टर सलीम खान नही रहे, झालावाड़ अस्पताल में हुआ निधन
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रामगंजमंडी कोटा,
क्षेत्र के जानेमाने समाजसेवी, रंगकर्मी डॉक्टर सलीम खान का निधन हो गया। सलीम खान जो बाद में अपने नाम के आगे राज लगाने लग गए थे व अपना नाम सलीम राज कर लिया था। सलीम राज कोरोना से संक्रमित हो गए थे। उनका उपचार झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में चल रहा था। वह कई दिनों से वेंटिलेटर पर थे।
सलीम राज ने उदयपुर से MBBS किया था।सलीम ने कोटा के निजी अस्पताल में अपनी सेवाएं दी। कुछ समय तक झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में भी सेवा दी। पर उनका मन कला में बसता था लिहाजा आपने बॉम्बे होस्पिटल मुम्बई में सर्विस कर ली व कला से जुड़े रहे व कई टीवी धारावाहिक में अभिनय किया, इस बीच आप रंगमंच से भी जुड़े रहे वह कई नाटकों में अभिनय किया।
कई समय तक मुम्बई रहने के बाद आप वापस अपने शहर रामगंजमंडी लौट आये । शहर में आपने शिफा नाम से क्लिनिक खोला व शहरवासियों की सेवा करने लगे।
आपने कला को बढ़ावा देने के लिए अमन क्लब की स्थापना की तथा शहर के बच्चों को अभिनय सिखाना शुरू किया।
सलीम राज ने कई नाटकों को मंचन किया जिससे रामगंजमंडी की पहचान कला के रूप में भी हुई।
आपने "धापू" व "टिहरी के अंडे" नाम की शार्ट फिल्मों का निर्माण किया जो काफी चर्चित रही। दोनो फिल्मों को कई अवार्ड मिले, आप अभिनेता ही नही वरन निर्माता, निर्देशक व संगीत प्रेमी भी रहे। आपके निधन से कलाप्रेमियों के साथ साथ रामगंजमंडी क्षेत्र के लोग भी सदमे में है। उनके न
कोरोना ने रामगंजमंडी से एक समाजसेवी, कलाप्रेमी व एक चिकित्सक हमेशा हमेशा के लिए हमसे छीन लिया। उनके निधन की खबर से हर कोई सदमे में है, क्षेत्र में शोक की लहर है।
साबिर खान-
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