परेशानियां आती है , बीमारियां आती है , लेकिन ऐसे में , लावारिस हालत में , ज़िंदगी और मोत के बीच ,, जानलेवा , संक्रमित बिमारी से ग्रसित , मरीज़ से ,, कोई ,, दुखदर्द बांटने वाला , अचानक आकर कहे , में हूँ ना ,, इंशाअल्लाह , अल्लाह ईश्वर की कृपा से सब ठीक होगा , तो मरीज़ की रुकी हुई धड़कने चलने लगती है , और वोह जी उठता है ,, जी हाँ दोस्तों , लोगों में ज़िंदगियाँ बांटना , उनके दुखदर्द में काम आना यही खिदमत ऐ ख़ल्क़ है , और यह खिदमत , झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में कोविड हमारे से ग्रसित , मरीज़ों के बीच , अपनी ज़िंदगी की परवाह किये बगैर , झालवाड़ के युवा जांबाज़ समाजसेवक , कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारी , भाई आमिर खान बखूबी दिन प्रतिदिन , निरंतर निभा रहे है ,, दोस्तों कोविड एक संक्रमण लहर में तो , कर्फ्यू जैसे हालात थे ,, लोगों की ज़िंदगियाँ अस्पतालों में थी , लेकिन उनके घरों में , खाने तक की व्यवस्था नहीं थी ,ऐसे में पिछले कोरोना काल में , आमिर खान के नेतृत्व में , पूरी टीम ने झालावाड़ में , घर घर , खाने के पैकेट बांटे , निरंतर रसोई चलाई , और सेनेटाइजर , दवाएं , यहां तक के मेडिकल कॉलेज के मुख्य द्वार पर ,, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की प्रेरणा से , एक बढ़ी ऑटोमेटिक सेनेटाइजर मशीन लगवाई , जो आते जाते लोगों को , खुद ब खुद सेनेटाइज़ करती रही ,, खेर वोह पुरानी बात हुई , ,लेकिन इस बार तो , इस कोरोना ज़िंदगिया लीर लीं ,, यह कोरोना कहर बन कर आया , यहां तक के इस कोरोना काल में , एक तरफ तो अचानक मरीज़ों का दबाव , दूसरी तरफ अस्तपालों में सीमित व्यवस्थाएं , ऑक्सीजन की परेशानी ,, वेंटिलेटर , बिस्तरों की परेशानी , स्टाफ की कमी , और दूसरी तरफ रिश्तों में खौफ के वातावरण से , रिश्तेदार भी , अलग थलग , कई मरीज़ों की तो , रिश्तेदारों ने भी परवाह नहीं की , उन्हें लावारिस की तरह छोड़ा गया , कई मरीज़ों की मृत्यु होने पर उनके शवों तक को लोगों ने छूने से गुरेज़ किया ,ऐसे में , हर आपात स्थिति में , ,लोगों का हमदर्द बनकर , मुक़ाबला करने वाले , जांबाज़ सिपाही , आमिर खान और उनकी टीम ,, कोरोना सहयोगी योद्धा बनकर , कूदी , झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में ,, मध्य्प्रदेश ,, महाराष्ट्र सहित दूसरे राज्यों के मरीज़ों का भी बढ़ा दबाव था , जबकि आसपास के ग्रामीण क्षेत्र के तो सैकड़ों मरीज़ वहां ज़िंदगी और मोत के बीच झूल रहे थे , ऐसे में , आमिर खान , उनकी टीम ,, उन मरीज़ों के बीच , सोशल डिस्टेंसिंग , कोरोना गाइड लाइन एहतियात के साथ , उन मरीज़ों के बीच पहुंचे ,, , क्या हिन्दू , क्या मुस्लिम , क्या शहरी , क्या ग्रामीण , क्या राजस्थानी , क्या मध्य्प्रदेशी , क्या महाराष्ट्रियन , जो भी है सब इंसान , अल्लाह की मख्लूक़ है ,और आमिर खान ने सभी का हाथ थामा , बेधड़क उनसे कहा , घबराओ नहीं , में हूँ ना ,, आमिर खान के साथ , झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में , ऑक्सीजन सप्लाई का काम देख रहे , कॉन्ट्रेक्टर भाई इमरान भी पीछे नहीं रहे , उन्होंने ऑक्सीजन प्लांट , को , ऑक्सीजन सप्लाई को , हर हाल तकीनीकी रूप से जारी रखा ,, गुड़गांव हो , या कहीं और हो , ऑक्सीजन सप्लाई का सम्पर्क बनाये रखा , और झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में भर्ती मरीज़ों को ऑक्सीजन की कमी नहीं आने , , दी झालावाड़ मेडिकल कॉलेज के सभी चिकित्सक , राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पल पल की मॉनिटरिंग , आपातकाल की हर सुविधाओं के साथ , दिन रात एक करके , मरीज़ों की ज़िंदगियाँ बचाने में लगे थे , तो आमिर खान उनकी टीम , ऐसे मरीज़ों के परिजनों को दिलासा दे रहे थे , मरीज़ों को वार्ड में ,नियमित जाकर ,वार्ड में रहकर , उन्हें हिम्मत बंधा रहे थे , उनकी दवाइयां , इंजक्शन , खाने पीने की व्यवस्था के साथ , हर तरह की मेडिकल सहायता कर रहे थे , सभी मरीज़ों में , ज़िंदगी के प्रति मोटिवेशन , हिम्मत भर रहे थे ,, कभी मरीज़ों का मनोरंजन करके , कभी मरीज़ों के दुःख दर्द बाँट कर , उनके परिजनों के साथ उनके संदेश एक दूसरे तक पहुंचा कर , मरीज़ों के लिए ऑक्सीजन लेवल नापने के ऑक्सीमीटर , सहित दूसरे आवश्यक उपकरणों की व्यवस्था , दवाओं की व्यवस्था , और पौष्टिक भोजन सहित , आपात स्थिति में , वार्ड बदलने , सहित सभी व्यवस्थाओं में , हर मरीज़ , उसके परिजन के साथ ,आमिर खान पारिवारिक माहौल में ,थे , आमिर खान , अपनी ज़िंदगी की परवाह किये बगैर , मास्क , सेनेटाइजर और , दोस्तों की दुआओं के भरोसे , इस संक्रमण काल में , , भर्ती मरीज़ों की मदद के लिए , लगातार जूझते रहे , वोह दिन रात अस्पताल में रहते , कभी थकने पर ,एक पेड़ के नीचे जाकर , अकेले खड़े होकर , सुस्ता लेते थे , कभी तक जाते तो मरीज़ों के साथ हंसी मज़ाक़ , चुटकुलेबाज़ी , तो कभी उनके दुखदर्द के क़िस्सों के हिस्सेदार बनते ,, कई मरीज़ों ने तो उन्हें अपने पारिवारिक सदस्य का रिश्ता देकर , भाईजान , भय्या , बेटा , सहित हर रिश्तों में स्वीकार ,किया और तंदरुस्त होकर जाते वक़्त ,बेशुमार दुआएं दीं ,, आमिर खान घर पर भी जाते तो , परिजनों से उन्हें एहतियाती क़दम के तहत अलग थलग रहना पढता ,, मरीज़ों का कहना था , के एक अनजान रिश्ता , एक अनजान ,शख्स , , और पीड़ित हालत में ,जब , भाई भाई से अलग है , रिश्ते अलग थलग हो गए है , पड़ोसी पडोसी का मददगार नहीं है ,तब ,, आमिर खान , एक फरिश्ता बनकर , हमारे मददगार बने है ,, अमरि खान यूँ तो किसी परिचय के मोहताज नहीं , यह यूथ कांग्रेस के तेज़तर्रार प्रदेश पदाधिकारी है , ,कांग्रेस के हर चुनाव , चाहे लोकसभा हो ,चाहे विधासभा हो ,चाहे पार्षद , चाहे पंचायत चुनाव हो , माइक्रो मैनेजमेंट सिस्टम से यह जुड़कर काम करते है , विकट हालातों में ,दबंगई से , मुक़ाबला करते है , स्कूलों में , बेटियों को किताबे , यूनिफॉर्म , उनकी फीस देते है , तो ज़रूरतमंदों की शादियां कराते है ,, पुलिस प्रताड़ना के मामले हो ,, किसानों के पानी ,, बिजली की समस्या हो , हर जगह , हर वर्ग के साथ , यह एक ढाल , एक नेतृत्व बनकर , खड़े मिलते है ,, अमीर भाई ,, इस बार के कोरोना मदद के अनुभवों को बांटते वक़्त फफक फफक कर रो पढ़ते है , वोह दोनों हाथों से खुदा से दुआ मांगते हुए गिड़गिड़ाते है , या अल्लाह इस अज़ाब से अब हमारे मुल्क को बचा ले , या अल्लाह इस बीमारी से सभी को महफूज़ कर दे , उन्होंने , मरीज़ों को तड़पते हुए देखा है , ,कई मरीज़ों को ,, दम तोड़ते देखा है , ऐसे मरीज़ों के लिए , क़ब्रिस्तान , और शमशान में , व्यवस्थाओं में , उन्होंने , जो हालात देखे ,है वोह मंज़र याद करके , वोह सिसक पढ़ते है ,, अल्लाह आमिर भाई को , अपनी हिफाज़त में रखे , उम्रदराज़ , खुशहाल रखे , वोह ऐसे ही ,, हर ज़रूरतमंद के , मददगार रहे , फिक्रमंद रहे , , निर्भीक , निष्पक्ष होकर , निर्विवाद तरीके ,से क़ौमी एकता के संदेश के साथ ,, लोगों के बीच रहकर उनके मददगार बने रहे ,,, अल्लाह यह दुआएं भी क़ुबूल करे , के अब , इस कोरोना संक्रमण का यह हाहाकार , दुबारा देखने को न मिले , अल्लाह ऐसी हर बीमारी से , हम सबको , हमारे राजस्थान को , हमारे मुल्क को पूरी दुनिया को अपनी हिफाज़त में रखे , भाईचारा , प्यार मोहब्बत , एक दूसरे का मज़हब देखे बगैर , मदद का जज़्बा क़ायम रखे , मेरे इस भारत को इसी तरह , फरिश्तों के मददगार के साथ , मेरा भारत महान , सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान बनाये रखे ,,, आमीन ,, अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
27 मई 2021
कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारी , भाई आमिर खान बखूबी दिन प्रतिदिन , निरंतर निभा रहे है
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