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15 अप्रैल 2021

जब लाईलाज थे तब संभल गए

जब लाईलाज थे तब संभल गए
अब टीका है फिर भी फ़िसल गए
कोई दोष नही है महामारी का
दिवाला निकला है समझदारी का
छूट क्या मिली बेपरवाह हो गए
हम खुद ही लापरवाह हो गए
न मास्क पहना न दो गज की दूरी
जिंदगी दांव पर लगा दी पूरी पूरी
अब बढ़े मरीज तो हड़बड़ा रहे है
गलती की है....
फिर क्यों पछता रहे है....
🙏समय है अभी भी
🙏चेत जाइए
🙏मास्क लगाइये
🙏दो गज की दूरी बनाइए
🙏भीड़ में न जाइए
🙏खुद को बचाइए
🙏परिवार को बचाइए
🙏समाज को बचाइए
🙏और देश को बचाइए..

 

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