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15 अप्रैल 2021

जिए तो भी ज़िंदा दिली के साथ और दफन हुए तो भी , अल्लाह के बरकतों के महीने रमज़ानुल मुबारक के साथ

जिए तो भी ज़िंदा दिली के साथ और दफन हुए तो भी , अल्लाह के बरकतों के महीने रमज़ानुल मुबारक के साथ , जी हाँ दोस्तों ,  हाजी  रफ़ीक़ अहमद नेशनल प्रॉपर्टी डीलर वालों  की  ज़िंदगी  और ज़िंदगी के आखरी सफर , को लेकर यह कहावत , चरितार्थ होती  है , ,रफ़ीक अहमद अंसारी , एक जाना पहचाना नाम , लोगों के दुःख दर्द का साथी ,, यूँ हमें छोड़ कर चला जाएगा यक़ीन नहीं होता ,, रफ़ीक़ अहमद यूँ तो सरकारी सेवा छोड़कर , कोटा में प्रॉपर्टी डीलर के रूप में सबसे पहले निर्विवाद ,  शख्सियत रहे ,, जिन्होंने प्रॉपर्टी डीलिंग के कारोबार को , ईमानदारी से लोगों को करने की क  ख ग सिखाई ,, नेशनल प्रॉपर्टी के नाम से , ,पुराने कोटा सहित , नए कोटा के विस्तार के लिए ,  कोलोनोलाइज़र व्यवस्था के तहत , बेहिसाब कॉलोनियां बनाई ,, प्रापर्टी का काम और निर्विवाद यक़ीनन नामुमकिन है , लेकिन रफ़ीक़ अहमद ने , यह सब करिश्मा व्यवसाय के प्रति अपने ईमानदारोंना सम्पर्ण से करके दिखाया है , कई नामचीन , करोड़पति , अरबपति , ऐसे प्रॉपर्टी डीलर , या व्यवसायी हैं , जिन्हे इन्होने ऊँगली पकड़कर चलना सिखाया है ,, यारों के यार , ज़रूरतमंदों के हमदर्द ,, कोटा के आधुनिक विकास के प्रति समर्पित , रफ़ीक़ अहमद ,  गैर सियासी रहकर भी , सभी सियासी लीडरों के विश्वसनीय साथी रहे है ,  व्यवसाय अपने परिवार के बच्चों में बटवारे के साथ ही ,हाजी रफ़ीक़ साहब , हज के मुक़द्दस सफर को गए , उमराह गए , और अपनी ज़िंदगी को उन्होंने बदल लिया वोह , सामूहिक विवाह सम्मेलन हों , सामाजिक सरोकार से संबंधित कोई भी कामकाज हो , हर तरफ , बंद मुट्ठी की मदद के साथ ,  पेश पेश रहे है , हर वर्ग , हर समाज के लोगों के अलावा ,, अख़बार के साथियों के साथ भी इनका दोस्ताना सुलूक , सभी वरिष्ठ पत्रकार साथियों  को आज भी याद आता है ,, रफ़ीक़ अहमद   यूँ तो अस्सी के पार थे , लेकिन कुछ दिनों पहले उनकी तबियत खराब हुई , वोह ज़िंदा दिल शख्सियत ,थी , वोह हमदर्दाना शखिसयत थी ,, खुदा के दरबार में , उनके कर्म ,, बेहतर दर्जे के रहने से , अल्लाह ने उन्हें विसाल भी , दिन जुमेरात , महीना रमज़ान , दूसरे रोज़े का दिया , अल्लाह उनकी मगफिरत करे  जन्नतुल फिरदोस  में उन्हें आला  मुक़ाम अता फ़माये , उनके बेटों , रिश्तेदारों को ,, सब्र ऐ जमील अता फरमाए  ,, आमीन  , सुम्मा आमीन , अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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