संस्थाओं के सहयोग से आधे घंटे में दो जोड़ी नैत्रदान
परिवार में परंपरा बनने लगा है,नैत्रदान
आज
सुबह गुमानपुरा निवासी सुरेन्द्र कुमार गुप्ता जी (70 वर्षीय) का हृदयाघात
से निधन हो गया। जिसके उपरांत उनके जीजाजी और शाइन इंडिया फाउंडेशन के
ज्योति-मित्र आर एस पालीवाल और जेसिआई कोटा स्टार के सदस्य पीयूष जैन ने
परिवार के सदस्यों को नैत्रदान करवाने के लिये प्रेरित किया । थोड़ी देर में
बेटे अभिषेक ने नैत्रदान के कार्य के लिये अपनी सहमति दे दी। आई बैंक
सोसायटी ऑफ राजस्थान,कोटा चैप्टर के तकनीशियन टिंकू ओझा ने उनके गुमानपुरा
निवास पर नेत्रदान की प्रक्रिया पूरी की । सदा जीवन , सरल व्यवहार के
सुरेन्द्र जी का स्टेशनरी का व्यवसाय था । नैत्रदान के इस कार्य की वहाँ
उपस्थित सभी लोगों ने सराहना की।
गुमानपुरा
स्थित निवास पर चल रही नैत्रदान कि प्रक्रिया के दौरान ही शाइन इंडिया के
ज्योति-मित्र राजेन्द्र जैन जी ने डॉ कुलवंत गौड़ को सूचित किया कि,जवाहर
नगर में उनके क़रीबी मित्र के बेटे मनीष कावड़िया (33 वर्षीय) का हृदयाघात के
कारण निधन हो गया है। उनकी माँ चित्रा और क़रीबी रिश्तेदार डॉ समीर मेहता
ने भी नैत्रदान करवाने के लिये अपनी सहमति दे दी । समय कम था,क्योंकि
शवयात्रा निकलने की तैयारी पूरी हो चुकी थी,ऐसे में संस्था सदस्य और
तकनीशियन तुरंत जवाहर नगर निवास पर पहुँचे, और 10 मिनट से भी कम समय में
नैत्रदान की प्रक्रिया सम्पन्न हो गयी। शहर के दोनों नेत्रदानों को सिर्फ
आधे घंटे में ले लिया गया ।
ज्ञात हो कि,मनीष कावड़िया जी के पिता एन एस कावड़िया जी का भी डेढ़ वर्ष पूर्व संस्था सदस्यों के सहयोग से नेत्रदान सम्पन्न हुआ था ।
आज
लिये इन दोनों नैत्रदान में शाइन इंडिया फाउंडेशन, आई बैंक सोसायटी ऑफ
राजस्थान, कोटा चेप्टर, कोटा डेवलपमेंट फोरम व जेसीआई कोटा स्टार का सहयोग
रहा ।
आई बैंक सोसायटी के
अध्यक्ष डॉ के के कंजोलिया और सचिव वी सी जैन ने बताया कि संस्थाओं के
सहयोग से कोटा का नाम भी अब नैत्रदान के क्षेत्र में प्रदेश में अग्रणी
रहने लगा है ।
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