आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

26 जनवरी 2021

खेल नहीं है कलम चलाना

 

खेल नहीं है कलम चलाना
गीत गजल कविताएं बनाना
जोड़ तोड़ शब्दों का करते
मन में उठे भाव फिर गढ़ते
स्याही से जब पन्ना रँगते
तभी आप फिर"मन"को पढ़ते.

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...