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16 जनवरी 2021

जब उन लोगों को ख़बर हुयी तो इबराहीम के पास दौड़ते हुए पहुँचे

 (बस) फिर तो इबराहीम चुपके से उनके बुतों की तरफ मुतावज्जे हुए और (तान से) कहा तुम्हारे सामने इतने चढ़ाव रखते हैं (91)
आखि़र तुम खाते क्यों नहीं (अरे तुम्हें क्या हो गया है) (92)
कि तुम बोलते तक नहीं (93)
फिर तो इबराहीम दाहिने हाथ से मारते हुए उन पर पिल पड़े (और तोड़-फोड़ कर एक बड़े बुत के गले में कुल्हाड़ी डाल दी) (94)
जब उन लोगों को ख़बर हुयी तो इबराहीम के पास दौड़ते हुए पहुँचे (95)
इबराहीम ने कहा (अफ़सोस) तुम लोग उसकी परसतिश करते हो जिसे तुम लोग खु़द तराश कर बनाते हो (96)
हालाँकि तुमको और जिसको तुम लोग बनाते हो (सबको) खु़दा ही ने पैदा किया है (ये सुनकर) वह लोग (आपस में कहने लगे) इसके लिए (भट्टी की सी) एक इमारत बनाओ (97)
और (उसमें आग सुलगा कर उसी दहकती हुयी आग में इसको डाल दो) फिर उन लोगों ने इबराहीम के साथ मक्कारी करनी चाही (98)
तो हमने (आग सर्द गुलज़ार करके) उन्हें नीचा दिखाया और जब (आज़र ने) इबराहीम को निकाल दिया तो बोले मैं अपने परवरदिगार की तरफ जाता हूँ (99)
वह अनक़रीब ही मुझे रूबरा कर देगा (फिर ग़रज की) परवरदिगार मुझे एक नेको कार (फरज़न्द) इनायत फरमा (100)

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