आपका-अख्तर खान

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18 जनवरी 2021

सुनो , में , मेरे लहू से

 

सुनो , में , मेरे लहू से
रिस्ते ज़ख्म,
तुम , तुम्हारे हाथों में ,
मिर्च मिला नमक ,
रोज़ मिलते हैं ,
तुम अपनी आदत से मजबूर
में तुम्हारी खुशी से मजबूर , अख़्तर

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