मेरा देश आज़ाद हो गया ,है यहां संस्कृति ,,मज़हब के रक्षा दल के ,,कथित रूप
से ,,तोगड़िया साहिब को हटाकर ,पूर्व सुप्रीमकोर्ट जज अध्यक्ष जो बन गए है
,अब इस दल को बेहयाई ,बेशर्मी ,खुलेआम योन शोषण ,अप्राकृतिक मैथुन के फैसले
की छूट के खिलाफ मज़हबी आस्थाओ को बचाने के लिए क्या सरकार पर कोई दबाव
नहीं बनाना चाहिए ,क्योंकि अब सुप्रीमकोर्ट के पूर्व जज जिस संगठन के
अध्यक्ष हो ,उन्हें संस्कृति ,सभ्यता ,,विरासत क़ानूनों के साथ देश के
हालातों ,,ऐसे फैसलों को सरकार ,,देश की सभ्यता संस्कृति बनाये रखने के लिए
कैसे बदल सकती है ,वोह बताएंगे नहीं ऐसा तो नहीं हो सकता ,क्योंकि हाल ही
में सरकार ने ,,क़ानून संशोधित कर सुप्रीमकोर्ट का फैसला एस सी एस टी एक्ट
पर बदलकर यह साबित तो कर दिया के ऐसा चंद मिनटों में किया जा सकता है ,या
फिर यह माने के सरकार का इस बेहयाई ,बेशर्मी ,अप्राकृतिक मैथुन को
,,मुकसमर्थन मिल गया ,है ,,,अख्तर
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