मुल्क में अमन ,,सुकून ,,खुशहाली ,,तरक़्क़ी ,,की दुआओं के साथ क़ौम की
हिफाज़त ,,खुशहाली ,,की दुआएं मांगते हुए कोटा शहर क़ाज़ी आज भावुक हो उठे
,,और फफक फफक कर रो पढ़े ,,कोटा शहर क़ाज़ी ,,अल्हाज अनवार अहमद ने आज अपनी
दुआओं में देश की तरक़्क़ी के साथ साथ क़ौम की बुराइयों के खात्मे ,,कॉम को
हुज़ूर स अ व के बताये हुए रास्ते पर चलने की हिदायते देने सहित ,,,क़ौम पर
हो रहे सुनियोजित हमलो से क़ौम की हिफाज़त करने ,रोज़गार में तरक़्क़ी ,,खुशहाली
और सह्तयाबी की दुआएं शामिल रही ,,, शहर क़ाज़ी अनवार अहमद का दुआए
मांगने का अंदाज़ खुदा के आगे गिड़गिड़ाने वाला था ,,,वोह अचानक फफक फफक कर
रो पढ़े ,,उन्होंने दोनों हाथों से अपनी आँखों से टपक रहे ,,आंसुओं को पोंछा
और फिर गिड़गिड़ा कर दुआओं का दौर शुरू हो गया ,,,ईदगाह पर आज सुबह पौने नो
बजे नमाज़ का ऐलान था ,,लेकिन लेट लतीफ मुसलमान भाई धीरे धीरे वक़्त गुज़रने
के बाद ही ईदगाह की तरफ बढ़ रहे थे ,,उधर जाम लग रहा था ,तो इधर ईदगाह में
मुसलमानो का नमाज़ के लिए इन्तिज़ार था ,,कोटा शहर क़ाज़ी ने इस मामले में
नमाज़ियों को वक़्त पर आने की ताकीद तो की लेकिन जो लोग देर से आ रहे थे उनका
इन्तिज़ार भी किया ,,कोटा शहर क़ाज़ी ने अपने खिताब में बच्चो को स्कूलों में
उर्दू विषय दिलवाकर पढ़ाने का आह्वान किया ,,उन्होंने मुसलमानो से नेकनीयती
के रास्ते पर चलकर एक जुट होने ,,,बुराइयों से बचने का आह्वान करते हुए
कहा के खुदा का शुक्र है ,,निकाह के वक़्त तो ढोल तमाशे बंद हुए लेकिन कुछ
लोग गलियां निकाल रहे है ,,बिंदोरी के पहले ,,बाद में नाच गाने का माहौल है
,,उन्होंने कहा क़ाज़ी या निकाह पढ़ाने वाले को इसका कोई फायदा नहीं है ,,यह
गुनाह है और ऐसे गुनाह को रोकने की ज़िम्मेदारी हमे खुद को भी लेना चाहिए
,,,कोटा शहर क़ाज़ी ने जो गरीब बच्चे पढना चाहते है ,,लेकिन उनके पास फीस
वगेरा का इंतिज़ाम नहीं होता ,,ऐसे लोगों के लिए अलग से तालीमी फंड ,,इकट्ठा
करने का भी आह्वान किया और सभी के हाथ खड़े करवाकर सहमति प्राप्त की ,कोटा
शहर क़ाज़ी ने बताया के ,बैतुलमाल का आमद खर्च का हिसाब काउंटर पर रखा है
,,माशा अल्लाह ढाई सो रूपये की मदद से शुरू हुए बैतुलमाल में अब पौने चार
लाख रूपये प्रतिमाह की इमदाद दी जा रही है ,,नमाज़ियों से खचाखच भरी ईदगाह
में ,,नायब क़ाज़ी जुबेर अहमद ने नमाज़ अदा करवाई ,नमाज़ के बाद सभी ने कोटा
शहर क़ाज़ी से हाथ मिलाकर मुसाफा किया ,,इसी दौरान जोधपुर कलेक्टर डॉक्टर
रविसुरपुर ने भी उन्हें मेरे फोन पर बात कर ,,ईद की मुबारकबाद देते हुए
उनके कोटा कार्यकाल में ईद मिलन समारोह की यादें ताज़ा की ,,,ईदगाह के बाहर
राजस्थान हज कमेटी के चेयरमेन अल्हाज अमीन पठान ,,पूर्व मंत्री शांति
कुमार धारीवाल ,,सहित कई सियासी लोगो का ईद मिलन कार्यक्रम चल रहा था
,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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