भावी डॉक्टर्स बनाने के लिए नीट का परीक्षा परिणाम आ गया है ,,कल शनिवार को
,,देश के सभी अख़बारों में कोटा के कोचिंग इंस्टीट्यूट्स की फेंका फेंकी
संबंधित करोडो करोड़ के विज्ञापन होंगे ,,अख़बार और इलेक्ट्रॉनिक मिडिया की
क्या मजाल के वोह इस मामले में कोचिंग व्यवसायिक व्यस्था ,,को लेकर ज़रा भी
निष्पक्ष चिंतन रिपोर्ट दिखा सके ,,ताज्जुब है देश भर में टॉपर की फेंका
फेंकी करने वाले कोचिंग ,टॉपर्स के लिए अपनी अपनी कोचिंग की दावेदारी
दिखाते है ,,फ़र्ज़ी और झूंठी दावेदारियों के विज्ञापन छापे और दिखाए जाते है
,टॉपर्स को प्रलोभन दिया जाता है ,,दोस्तों बात सच्ची लेकिन कड़वी ज़रूर है
,,यह कोचिंग अगर को तराश कर हीरा बनाने का हुनर रखते है ,,तो फिर टॉपर इनके
अपने ज़िले कोटा के क्यों नहीं ,होते ,चलो कोटा छोटी जगह है तो फिर
राजस्थान राज्य से यह टॉपर क्यौं नहीं होते ,,बात साफ़ है ,,कोचिंग के आसपास
से भी अगर कोई टॉपर छात्र छात्रा गुज़र जाए तो बस यह कोचिंग अपनी व्यवसायिक
प्रणाली के तहत ,,उस छात्र छात्रा पर अपनी दावेदारी जता देते है ,,दोस्तों
में आपको कोटा के कोचिंगों का नज़ारा हाल ही में जारी नीट के परिणाम के
आयने में दिखाता हूँ ,,दोस्तों कोटा में लाखों छात्र छात्रों की करोडो करोड़
फीस वसूली के साथ कोचिंग ,,हिस्सेदारी अख़बार ,,इलेक्ट्रॉनिक मिडिया की भी
विज्ञापन प्रतिशत के आधार खामोशी के प्रतिफल के बदले है ,,वर्तमान घोषित
नीट परिणाम में कोटा का एक भी छात्र नहीं है ,,पुरे पच्चीस की टॉपर लिस्ट
में राजस्थान की एक छात्रा छवि हरकाबत सत्रहवें नंबर पर आयी है ,,जबकि पहले
नंबर पर पंजाब दूसरे व् तीसरे नंबर पर मध्य्प्रदेश के छात्र है ,,फिर कोटा
,,राजस्थान राज्य अपनी छाती पर इन कोचिंगों को लूट की मूंग क्यौं दलने दे
,,यहां के बच्चो पर विशेष ध्यान क्यों नहीं दिया जाता ,,यहां के बच्चो को
विशेष कोचिंग क्यों नहीं दी जाती ,,हकीक़त यह है के कोचिंग गुरु ,गुरु नहीं
,,व्यापारी है उन्हें अपने कोटा ,,कोटावासियों ,,राजस्थानियों से कोई
प्यार ,,कोई हमदर्दी नहीं ,सिर्फ यहां की सहूलियतें लेकर यह करोडो करोड़
रूपये का व्यापार मिडिया को विज्ञापन पार्टनर बनकर करते रहे है ,,सुसाइड
सीटी ,,का दर्द हम झेलें ,,बाहर से आने वाले शरारती बच्चो की आपराधिक
गतिविधियों के शिकार हम हो ,,हमारी सहूलियतों में से कटौती कर हम इन्हे ऐश ओ
आराम दे और हमारे बच्चो पर कोई विशेष तरजीह नहीं ,,ऐसा हम हरगिज़ हरगिज़
नहीं होने देंगे ,,अख़बार व्यापारी हो सकते है ,,लेकिन अब इस लड़ाई को हम
समाजसेवी संस्थाओ के ज़रिये ,,सोशल मीडीया के ज़रिये उठाएंगे ज़रूर ,,कूल
पच्चीस की मेरिट में सिर्फ एक राजस्थान का बच्चा ,,,कोटा उसमे से गायब
,,,मध्य प्रदेश ,,केरल के तीन तीन छात्र ,पंजाब ,,हरियाणा,, उत्तर प्रदेश
,,,,दिल्ली गुजरात ,,तेलगाना के दो दो छात्र ,,और देश के सबसे बढे राज्य
,,देश का सबसे बढ़ा कोचिंग हब कोटा राजस्थान से सिर्फ एक छात्र मेरिट में
आना कोचिंग गुरुओं के लिए भी शर्मनाक है ,,कोचिंग गुरुओ को राजस्थान से
प्यार करना होगा ,,कोटा और कोटावासियों से विशेष प्यार करना होगा ,,उन पर
विशेष पैकेज की व्यवस्था देकर उन्हें अव्वल लाने के प्रयास करना होंगे
,,,वरना आंध्र प्रदेश ,,पश्चिम बंगाल ,,बिहार महाराष्ट्र के भी एक एक
छात्र तो मेरिट में आये ही है ,,,देश के चार सो सत्तर मेडिकल कॉलेजों की एम
बी बी एस की पैसठ हज़ार एक सो सत्तर सीटों और पच्चीस हज़ार सात सो तीस डेंटल
सीसीटों के लिए अब घमासान होगा ,लूटमार होगी ,,और कोटा के छात्र छात्राओं
,,राजस्थान के छात्र छात्राओं को कोटा के कोचिंग गुरु ,,कौन्सिलिंग
मैनेजमेंट की सहूलियत भी नहीं दे सकने से ,,कई छात्र छात्राये चाहकर भी
योग्य होने पर भी प्रवेश नहीं ले सकेंगे और फिर दुबारा रिपीटर के रूप में
कोचिंग लूट का शिकार होकर ,,डिप्रेशन का शिकार होकर इनके कोचिंग में पढ़ने
के लिए ख़ामोशी से चले जायेंगे ,,क्यौंकि मीडिया पार्टनर ,,अख़बार पार्टनर
,एक सच ,,एक आयना ,,एक सच्चा पहलु जो आपके सामने मेने रखा है ,,,विज्ञापन
के मुनाफे के कारण न तो दिखाना चाहते है ,न खबर बनाना चाहते है ,,अख्तर खान
अकेला कोटा राजस्थान
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