दुनिया में कोई कुछ भी चाहले ,,लेकिन होता वही है जो मंजूरे खुदा होता है
,,,इज़्ज़त ,,ज़िल्लत सभी तो खुदा के हाथ में है ,,फिर हम क्यों किसी की चिंता
करते है ,,क्यों किसी को खुदा से बढ़ा समझते है ,,यह कहावत कोटा में भारतीय
राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी के एक दिवसीय दोरे
समय देखने को मिली ,,एक तो प्रबंधन मिडिया मैनेजमेंट की लापरवाही से सोनिया
गांधी की प्रमुख धार्मिक आस्था लोगों तक जग ज़ाहिर नहीं हो सकी ,,कोटा में
जयपुर सहित पुरे देश और कोटा के पत्रकार थे ,लेकिन एक
गलती हुई के कांग्रेस के पत्रकार रिपोर्टर की हैसियत से प्रेस ब्रीफिंग
इंचार्ज कोई नहीं था नतीजन ,,कोटा प्रवास के दौरान दलबीजी के पास चौथ माता
मंदिर पर रुक कर जब सोनिया गांधी ने आस्था से सर झुकाया और मन ही मन
किसानो की क्षतिपूर्ति की दुआ की तो किसी ने इसे खबर नहीं बनाया ,,जबकि यह
आस्था ,,मंदिर की चोखट पर सर झुकाना एक महत्वपूर्ण खबर बनाई जा सकती थी
,,,इधर कोटा में राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य क्रांति तिवारी
मेडम सोनिया से मिलना चाहते थे ,,,उन्होंने जुगाड़ कर प्रदेश कांग्रेस कमेटी
में अपना पास भी बनवाने का जुगाड़ किया ,,लेकिन बाद में क्रान्ति तिवारी का
सोनिया तक पहुंचने का पास फेल हो गया ,,क्रान्ति निराश और हताश थे ,,लेकिन
क़ुदरत का करिश्मा कोन रोक सकता है ,,दलबीजी के पास जैसे ही सोनिया उतरी
अचानक क्रान्ति तिवारी सामने रहे ,,उन्होंने कोटा के किसानो की व्यथा बताई
और मिडिया और क़िस्मत से मिडिया सोनिया मेडम के साथ इस खबर को टीवी और
प्रिंट मिडिया की प्रमुख खबर बनाई ,,,पूरा राजस्थान ,,पूर्व मंत्री
,,,विधायक ,,,प्रदेश कांग्रेस कमेटी के ,,दिग्गज प्रभारी ,,प्रबनधन में
लगे लोग सामने थे लेकिन देश भर में जो वीडियो जो क्लिपिंग खबर में दिखाई गई
वोह सिर्फ और सिर्फ क्रान्ति तिवारी से मेडम की बात होते हुए थी ,,,तो
जनाब इसे कहते है क़ुदरत का खेल ,,एक तरफ क्रान्ति तिवारी मेडम के साथ
किसानो के हमदर्द बनकर उभरे तो दूसरे कई दिग्गज अपना सर खुजाते देखे गए
,,सोनिया गांधी के इस दौरे में उपेक्षा से कई दिग्गज कोंग्रेसियों का तो
ब्लड प्रेशर हाई हो गया तो कई की तबियत खराब हो गई ,,,,,,,,लेकिन कोटा दौरे
से जाते ही जब राजस्थान के सी पी जोशी को वरिष्ठ प्रवक्ता बनाया गया तो
सियासी कहानी कुछ और ही क़िस्से सुनाती नज़र आई ,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा
राजस्थान
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)