नई दिल्ली. आम
आदमी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से निकाले जाने के बाद योगेंद्र
यादव ने संकेत दिए हैं कि वे नई पार्टी बना सकते हैं। एक टीवी चैनल से बात
करते हुए खुद योगेंद्र यादव ने कहा है कि आगे की रणनीति तय करने के लिए 14
अप्रैल को दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में एक बैठक होगी। बैठक में
योगेंद्र और प्रशांत 'आप' के कुछ नेताओं-कार्यकर्ताओं के साथ आगे की रणनीति
तय करेंगे। इस बीच, खबर है कि योगेंद्र यादव को आप के मुख्य प्रवक्ता पद
से हटाया जा सकता है।
'देशभर से वॉलंटियर को बुला कर चर्चा करेंगे'
योगेंद्र ने कहा, 'यह पार्टी एक आंदोलन और भावना से पैदा हुई है और
हमारा काम इस भावना और आंदोलन को आगे बढ़ाना है। इसके लिए क्या करना है
इसके लिए हम देशभर से कार्यकर्ताओं को बुलाकर संवाद करेंगे और आगे क्या
करना है, यह तय किया जाएगा।' उन्होंने यह भी कहा कि वे देश में यात्रा करना
चाहते हैं।
नहीं छोड़नी है पार्टी
भले ही योगेंद्र और प्रशांत 14 अप्रैल को बैठक कर आगे की रणनीति तय
करने की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन अभी वे खुद पार्टी छोड़ने के लिए तैयार
नहीं हैं। एक टीवी चैनल से बातचीत में योगेंद्र ने कहा, 'आप देखेंगे कि आने
वाले कुछ दिनों में वे (केजरीवाल
गुट) हमें पार्टी से भी बाहर निकाल सकते हैं। लेकिन हम खुद पार्टी नहीं
छोड़ेंगे। अगर हम पार्टी छोड़ेंगे तो वे कहेंगे कि योगेंद्र जी ने पता नहीं
क्यों पार्टी छोड़ दी।' योगेंद्र ने कहा, 'हमें लोगों का फेसबुक,ट्विटर,
पत्रों और फोन के जरिए कार्यकर्ताओं हमें संदेश दे रहे हैं कि पार्टी
छोड़नी नहीं है।' योगेंद्र ने कहा, 'ऐसे पार्टी किसी की प्रॉपर्टी नहीं, यह
आंदोलन से निकली पार्टी है। लेकिन आंदोलन से निकली पार्टी और मौजूदा आम
आदमी पार्टी में बड़ा अंतर है।'
'मेरा कोई झगड़ा नहीं'
योगेंद्र यादव ने कहा, 'मैं उनकी बातों का कोई जवाब नहीं देना चाहता। मेरा उनसे कोई झगड़ा नहीं है। मैं तो पार्टी विरोधी गतिविधि के आरोप का उनसे प्रमाण मांग रहा हूं, जिसे वे दे नहीं रहे हैं।'
योगेंद्र यादव ने कहा, 'मैं उनकी बातों का कोई जवाब नहीं देना चाहता। मेरा उनसे कोई झगड़ा नहीं है। मैं तो पार्टी विरोधी गतिविधि के आरोप का उनसे प्रमाण मांग रहा हूं, जिसे वे दे नहीं रहे हैं।'
'चुनौती है, मुझे करके दिखाना होगा'
'आप' की मौजूदा स्थिति पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा, 'नई राजनीति
का सपना देखना आसान है, उसे जमीन पर उतारना चुनौती है। यह चुनौती मेरे
सामने है। मुझे करके दिखाना है, इस विचार को लेकर में देशभर के लोगों को
जोड़ना चाहता हूं। गांव, किसान और खेती कि किसी को कोई चिंता नहीं है।
दिल्ली में बैठकर लोग कैसे ओडिशा, बंगाल और महाराष्ट्र के बारे में फैसला
कर लेते हैं। ये ठीक नहीं है। मुझे किसी पार्टी से कोई एजेस्टमेंट नहीं
करनी, यही करना होता तो मैं 'आप' के साथ ही एडजस्ट कर लेता।'
अरविंद को दिया संदेश-निंदक नियरे राखिए...
अरविंद केजरीवाल
को लेकर उनसे पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि वे बस इतना कहना चाहते हैं
कि हमने आप को जो चिट्ठियां लिखी हैं, वे नकारात्मक नहीं है, सकारात्मक
हैं।
योगेंद्र ने कहा, 'मैं अरविंद भाई को कहना चाहता हूं कि आपके आसपास जो
लोग जमा हैं, वे आपके दोस्त नहीं हैं। वे आपको गुमराह कर रहे हैं अगर मेरी
बातें उन्हें बुरी लगती हैं तो मेरा उनसे कहना है कि निंदक नियरे
राखिए..यही हमारी संस्कृति है।'
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