नेताजी सुभाषचंद्र बोस की बेटी भी अब राजनीति में आ गई हैं। भारत में
नहीं, जर्मनी में। अनिता प़्फॉफ आउग्सबुर्ग जिले के 15 हजार आबादी वाले
स्टटबेर्गन शहर की डिप्टी मेयर हाल ही में चुनी गई हैं। 70 वर्षीय
अर्थशास्त्री अनिता यूं तो 15-16 बार भारत आ चुकी हैं लेकिन उन्हें यहां की
राजनीति में दिलचस्पी नहींहै। हालांकि पितृभूमि के प्रति उनके लगाव की झलक
तीनों बच्चों के नाम में दिखाई देती है-पेटर अरुण, थोमास कृष्णा और माया
करीना।
अनिता की मां एमिली शेंकल ऑस्ट्रिया की थीं। नेताजी से उनकी मुलाकात
1934 में हुई। अंग्रेजों की हिरासत से छूट कर वे विएना में स्वास्थ्य लाभ
कर रहे थे। साथ ही वेअ पनी जीवनी भी लिखना चाहते थे। एक मित्र से अंग्रेजी
की एक स्टेनोग्राफर से मिलाने को कहा। वह स्टेनोग्राफरए मिली थीं। उनमें
प्रेम हुआ और उसी साल दिसंबर में दोनों ने शादी कर ली।
अनिता का जन्म 1942 में हुआ। वेब ताती हैं, मैं सिर्फ एक महीने की थी,
जब नेताजी ने स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने के लिए विएना छोड़ा। उसके
बाद वे पिता से कभी न मिल सकीं। विमान हादसे में नेताजी की मृत्यु के समय
वे सिर्फ ढाई साल की थीं।
1960 में 18 साल की उम्र में पहली बार अनिता ने भारत में कदम रखे।
नेताजी के प्रशंसकों ने उनकी बिटिया का दिल खोलकर इस्तकबाल किया। अपने पिता
के प्रति इतनी आस्था देखकर अनिता अभिभूत हो गईं। लेकिन उनकी रुचि भारत की
राजनीति में नहीं थी।
अच्छी जानकारी !!
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