आपका-अख्तर खान

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26 मार्च 2011

अजब कहानी हे ...

यह 
मेरी जिंदगी हे 
इसकी भी 
अजब कहानी हे 
जिस किसी को भी चाहा 
बस वही बेगानी हे 
अभी तो 
बस हंसते हें 
हम अपने गम भुलाकर 
दुनिया को 
हंसाने के लियें 
वरना सुनामी आजाये 
डूब जाए दुनिया 
अभी 
इन आँखों में 
इतना पानी हे . 
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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