देश में पहली बार दूल्हे की निकासी में,नैत्रदान की झाँकी
2. दूल्हे और बारातियों ने निकासी में दिया नेत्रदान का संदेश
3. दो सौ से ज्यादा लोग,दूल्हे-दुल्हन को उपहार में दे गये अपनी आँखें दान
शाइन
इंडिया फाउंडेशन और आई बैंक सोसायटी ऑफ राजस्थान, जयपुर के संयुक्त
तत्वावधान में नैत्रदान के प्रति आमजन में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से
संस्था के ज्योति मित्र,राठौर सौशल ग्रुप के अध्यक्ष श्री सोनू साहू लाडला
ने अपने विवाह समारोह को ही वृहद नेत्रदान जागरूकता शिविर का रूप दे दिया
है ।
2 माह पूर्व विवाह तय
होते ही उन्होंने अपनी होने वाली पत्नी अंतिमा साहू और दोनों परिवारों के
सदस्यों से विवाह समारोह में नेत्रदान संकल्प पत्र शिविर लगाने एवं
नेत्रदान संकल्प लेने की बात कर ली थी,इस बात पर सभी ने सहर्ष स्वीकृति
प्रदान की ।
परिवार में
नेत्रदान के प्रति जागरूकता को बढ़ते हुए देखने पर सोनू ने एक और अनोखा
निर्णय लिया, कि उन्होंने अपनी पूरी बारात को ही नेत्रदान का संदेश देती
झांकी में बदल दिया । गुरुवार को सोनू और अंतिमा का विवाह संपन्न हुआ,पूरे
दिन और रात विवाह समारोह में अन्य किसी शुभ कार्य की चर्चा कम थी पर
नेत्रदान की चर्चा सभी जगह थी ।
घर
परिवार के छोटे-छोटे बच्चों ने भी अपने माता-पिता से मनुहार करके नेत्रदान
के संकल्प पत्र भरवाए दूरदराज से आने वाले लोग नेत्रदान संकल्प के लिए
काउंटर पर आये, और पहली बार उन्होंने जाना कि मृत्यु के बाद भी आँखे काफी
समय तक जीवित रहती हैं,और वह किसी की आँखों में रोशनी पहुंचा सकती है ।
बारात
में दूल्हे के हाथ में नेत्रदान महादान का संदेश देते हुए एक कटआउट था,
इसी तरह बारात में आए हुए मेहमानों के पास भी नेत्रदान महादान का संदेश
देते हुए तख्तियाँ मौजूद थी, शादी में आये हुए मेहमानों और रास्ते में आने
वाले लोगों को शाइन इंडिया फाउंडेशन की ओर से नेत्रदान जागरूकता के पम्पलेट
भी बाँटे गए ।
बारात में
नेत्रदान का संदेश देती हुई,एक झांकी भी आकर्षण का केंद्र रही,जिस पर
"नेत्रदान को परिवार में परंपरा बनायें" का संदेश लिखा हुआ था । इसके साथ
ही शादी समारोह में दो जोकर भी सभी मेहमानों के बीच जाकर नेत्रदान महादान
का संदेश दे रहे थे ।
दूल्हे
के तोरण मारने से पहले जितने भी मेहमान उपस्थित थे उन सभी के लिए एलईडी पर
नेत्रदान जागरूकता का संदेश देते हुए वीडियो और नेत्रदान के कार्य को
प्रेरित करने के लिए सामाजिक कार्यकर्ताओं के संदेश लगाए गए थे ।
शाइन
इंडिया फाउंडेशन के डॉ कुलवंत गौड़ ने बताया कि, उनकी संस्था का ही पहला
प्रयास था,जब पहली बार 3 वर्ष पूर्व दूल्हा दुल्हन ने अपने विवाह समारोह
में नेत्रदान संकल्प शिविर रखा था । उसके उपरांत देश के कई सारे वैवाहिक
समारोह में इसी आयोजन को दोहराया गया।
अब
इस बार संस्था की ओर से दूल्हे की बारात के माध्यम से नेत्रदान का संदेश
देते हुए जागरूकता का संदेश पहुंचाने का प्रयास किया गया,इस तरह का आयोजन
भी देश में पहली बार किया जा रहा है ।
दूल्हे
ने इस कार्यक्रम को आयोजित करने के पीछे अपना उद्देश्य बताते हुए कहा
कि,जिस तरह से ईश्वर ने मेरी दुनिया में रंग भरे हैं, मैं चाहता हूँ कि,
मेरे इस दुनिया से जाने के बाद किसी और की दुनिया भी रंगीन हो और यह संदेश
समाज के लोगों में जा सके । इसलिए विवाह उत्सव में जहां समाज के सभी लोग
इकट्ठे होते हैं,मैंने यह नेत्रदान संकल्प शिविर और सपत्निक स्वयं के
नेत्रदान संकल्प का निर्णय लिया ।
देर
रात तक विवाह समारोह में 230 व्यक्तियों ने नैत्रदान के संकल्प पत्र भरे
गये। ज्यादातर लोग नैत्रदान के बारे में जानते समझते थे,पर संकल्प भरने का
मौका इस विवाह समारोह में ही संभव हो पाया है। राठौर समाज के सभी
पदाधिकारियों ने सोनू जी के इस प्रयास की खूब सराहना की ।
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