मृत देह से भावी-चिकित्सक शिक्षा लें,यहीं अंतिम इच्छा
2. मृत देह,बेकार जले,इससे बेहतर कुछ काम आए
विक्रम
चौक,गुलाब बाड़ी,रामपुरा निवासी श्रीमती मुन्नी गुप्ता जी (72 वर्ष) ने
अपने विवाह की 55 वीं वर्षगांठ पर बेटे प्रवेश बहू मनीषा और तीनों बेटियों
मीनाक्षी, अल्पना, दीप्ति के सामने अपना देहदान का संकल्प पत्र भरकर शाइन
इंडिया फाउंडेशन को सौंपा ।
मुन्नी
जी मौजी बाबा की गुफा के आश्रम से काफी समय से जुड़ी हुई हैं । सेवा
कार्यों की प्रेरणा उनको अपने पति स्व० ओम प्रकाश जी पोरवाल से मिली,उनके
साथ भी यह कई सामाजिक और साधु संतों के सेवा कार्यों में सदा अग्रणी रहती
थी ।
मुन्नी जी,काफी समय
से देहदान का संकल्प लेना चाहती थी,परंतु शारीरिक असमर्थता एवं संपूर्ण
जानकारी ना होने के कारण देहदान के बारे में सही तरह से निर्णय नहीं ले पा
रही थी ।
थोड़े समय पहले
शाइन इंडिया के ज्योति मित्र अरविंद जी गुप्ता के माध्यम से संस्था सदस्यों
को सूचना प्राप्त हुई कि मुन्नी जी अपना देहदान का संकल्प पत्र भरना चाहती
हैं,जानकारी मिलते ही संस्था सदस्य अगले ही दिन उनके निवास पर गये और
परिवार के सभी सदस्यों के बीच में मुन्नी देवी जी ने अपना देहदान का संकल्प
पत्र भरकर शाइन इंडिया फाउंडेशन को सौंपा,जिसके उपरांत संस्था सदस्यों की
ओर से मुन्नी देवी जी को एक प्रशस्ति पत्र भी भेंट किया गया।
ज्ञात
हो कि 10 माह पूर्व शाइन इंडिया फाउंडेशन द्वारा प्रारंभ किए गए "मिस्ड
कॉल से देहदान संकल्प अभियान" के माध्यम से अभी तक हाड़ौती संभाग में 185
लोग देहदान का संकल्प पत्र भर चुके हैं ।
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