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14 अगस्त 2017

बीमारू राजस्थान की ,,सियासी उपेक्षित अनाथ ,,कथित कोटा स्मार्ट सिटी ,

बीमारू राजस्थान की ,,सियासी उपेक्षित अनाथ ,,कथित कोटा स्मार्ट सिटी ,,,यहां आगामी 18 अगस्त के प्रस्तावित मुख्यमंत्री वसुंधरा पर कांग्रेस के आक्रोशित जांबाज़ कार्यकर्ता के विरोध का खतरा मंडरा रहा है ,,,कोटा जिला प्रशासन ,,खासकर एक पुलिस अधिकारी की बचकानी हरकत जिसमे पूर्व गृह मंत्री शांति कुमार धारीवाल के खिलाफ झूंठा मुक़दमा दर्ज करने की नादानी की इस कारण यह बवाल मचा हुआ है ,,,पिछले एक हफ्ते से रोज़ मर्रा शान्तिधारीवाल के समर्थक आक्रोशित कार्यकर्ता सड़को पर ही ,,आक्रोशित है ,,गुस्से में है ,,लेकिन पुलिस प्रशासन ने इस झूंठे मुक़दमे के मामले में न तो दर्ज करने वाले अधिकारी के खिलाफ कोई कार्यवाही की है ,,न ही अनुसंधान को सही साबित करने को लेकर कोई गिरफ्तारी की है ,,प्रशासन की यही असमंजस स्थिति हालातो को बेकाबू किये हुए ही ,सभी जानते है ,,शान्तिधारीवाल कोटा के ही नहीं पुरे राजस्थान के सम्मानित लोकप्रिय नेता है ,,पिछले दिनों ,,मुख्यमंत्री वसुंधरा के इशारे पर भरस्टाचार निरोधक पुलिस ने जब इनके विरुद्ध सियासी रंजिश को लेकर कार्यवाही की तो पुरे राजस्थान के कार्यकर्ता उबाल पर थे ,,सच सामने आया और धारीवाल के खिलाफ प्राथमिक सबूत होने से उन्हें जाँच में बरी कर दिया ,,तो जनाब यह तो कोटा है ,,पूर्व गृह मंत्री शान्तिकुमार धारीवाल गृहजिला है ,,,यहाँ के कर्यकर्ता उनके लिए जान देने और जान लेने तक को तत्पर रहते है ,,कार्यकर्ताओ में उनका प्यार ,,कार्यकर्ताओ को दीवाना बना देता है और वोह शान्ति धारीवाल के विरूद्ध हर षड्यंत्र के चक्रव्यूह को तोड़ने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है ,,एक पूर्व गृहमंत्री जिनकी उपस्थिति में हेंगिंग ब्रिज का काम हुआ हो ,,जिनकी उपस्थिति में हेंगिंग ब्रिज हादसा होने के बाद ,,पुलिस मुक़दमा दर्ज हो दर्ज होकर ,,विदेश कंपंनी के बढे बढे अधिकारियो को जेल की सींखचो में डाला गया हो ,वोह गृहमंत्री जिन्हे इस हेंगिंग ब्रिज के निर्माण के सुरक्षा ऐंगल पता हो ,,अगर उन्हें पता चले ,,के यह हेंगिंग ब्रिज आनन फानन में आमजनता के लिए खोला जाना है ,,अगर पूर्व गृहमंत्री शान्तिकुमार धारीवाल को पता चले के हाइवे अधिकारी ,,हेंगिंग ब्रिज के अधिकारी ,,ट्रेफिक सुरक्षा को लेकर विरोधाभासी बयांन दे रहे है ,,ऐसे में अगर शान्तिधारीवाल सुरक्षा की खामियां ,,व्यवस्थाये देखने के लिए भौतिक रूप से जनहित में किसी हादसे की पूर्व सम्भावनाये तलाशने जाते है तो उनके खिलाफ मुक़दमा दर्ज कर लेना प्रशासनिक दिवालियापन नहीं तो और क्या है ,,बदले की भावना नहीं तो और क्या ही ,,,अगर पुलिस की निगाह में यह कोई अपराध है तो मुक़दमा दर्ज करने के बाद अभी तक अनुसंधान कर दोषी लोगो को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया , ,,,फ़ाइल क्यों ठंडे बस्ते ने बंद कर दी गयी ,,,,प्रशासन ने जो क्या है अब भुगतना तो पढ़ेगा ही ,,,आगामी 18 अगस्त को मुख्यमंत्री वसुंधरा कोटा प्रवास पर है ,,लेकिन आक्रोशित कांग्रेस कार्यकर्ताओ के गुस्से को लेकर उनकी बेचैनी बढ़ रही है ,,कार्यकर्ता गृहमंत्री गुलाबकतारिया का पुतला क्यों नहीं फूंक रहे है इसको लेकर भी हैरानी है ,,लेकिन मुखिया तो मुख्यमंत्री है ,,इसीलिए उनका पुतला फूंका जा रहा है ,,कांग्रेस कार्यकर्ता अगर किसी डील को लेकर वर्तमान हालातो में अपना दबाव कम करते है तो भी मुक़दमे की तलवार तो उनपर लटकी ही रहेगी ,,इसलिए किसी अधिकृत माफीनामे वाले बयांन के पहले आक्रोशित कार्यकर्ता पीछे हटने को तैयार नहीं लग रहे ही ,,शान्तिधारीवाल के वफादार कार्यकर्ताओ की यह परीक्षा की घड़ी है ,,,इसलिए वोह कोई भी खामी छोड़ना नहीं चाहते है ,,पुलिस और ज़िलाप्रशासन को इस मामले में तथ्यों को जाँच परख कर ,,सूक्ष्म जाँच के बाद ,शान्ति धारीवाल के खिलाफ मुक़दमे का षड्यंत्र करने वाले अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही कर क्लोज़र रिपोर्ट लगाना ही होगी ,वरना कार्यकर्ता किसी भी सूरत में मानने को तैयार नहीं है ,,कार्यकर्ताओ में भी करो या मरो का नारा गूंज रहा है ,,कुछ लोग अब गृहमंत्री का भी पुतला जलाने की तैयारी में ही ताकि कार्यकर्ता भी कई इल्ज़ामों से बच सके ,,,कांग्रेस कार्यकर्ता इस मामले में एक जुट है ,,निर्गुट है और इसीलिए प्रशासन मुख्यमंत्री की आगामी यात्रा को लेकर चिंतित हो गया है ,,अब तक की मुख्यमंत्री की यात्राओं में कोटा की उपेक्षा ,,विकासयोजनाओ का थम जाना ,एयरपोर्ट समस्या ,,,सहित दूसरे मामले थे इसलिए कांग्रेस कार्यकर्ताओ ने कोई विरोधप्रदर्शन काले झंडे के कार्यक्रम नहीं रखे ,,लेकिन अब कांग्रेस कार्यकर्ता खासकर शान्तिधारीवाल जांबाज़ कार्यकर्ताओ के लिए यह स्वाभिमान का प्रश्न बन चुका है ,,,क्योंकि अगर मुख्यमंत्री की यात्रा शांतिपूर्ण रहती ही तो यह कांग्रेस कार्यकर्ताओ के लिए बैकफुट पर जाने की अपमानकारी कार्यवाही मानी जाकर हास्यास्पद बात हो जाएगी ,,,,इसलिए प्रशासन को सभी पहलुओं पर विचार कर पूर्व सावधानी प्रक्रिया के तहत सोहार्दपूर्ण बातचीत का वातावरण बनाकर दोषी पुलिस अधिकारियो के खिलाफ कार्याही कर इस चेप्टर को क्लोज़ करना चाहिए ,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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