कोटा नगर निगम
कोटा में राजस्व अधिकारी कीर्ति कुमारी द्वारा व्यापक स्तर पर किये गए भ्रष्टाचार
की जाँच की सिकायत शुक्रवार को आम आदमी पार्टी नेता पार्षद मोहम्मद हुसैन ने
भ्रष्टाचार निरोधक बियुरो में दर्ज कराई है हुसैन ने अपनी सिकायत में कीर्ति
कुमारी पर अपने पद का दुरुपयोग करते हुए
नगर निगम में 5 तरह का घोटाला करने का आरोप लगाया है जिसके चलते नगर निगम को लाखों
रूपये का आर्थिक नुकसान पहुँचा है |
1. दिसंबर, 2016 में अवैध होर्डिंग एवं युनिपोल
हटाने की मुहिम के नाम पर 20 होर्डिंग एवं 20 ही युनिपोल विभिन्न स्थानों पर हटाये
| जब्त लोहे को सीधे ही कबाड़ी के माध्यम से बेच दिया जिसमें बड़ी मात्रा में वज़न की
कमी बतलाई गयी | 40 होर्डिंग एवं युनिपोल के लोहे का वज़न मात्रा मात्रा दस-ग्यारह
हजार किलो बताया गया जबकि उक्त सामान का वज़न कम से कम भी 40,000 किलों से लेकर
60,000 किलो तक होना चाहिए | इस तरह के माल की कबाड़ी द्वारा मार्केट दर कोटा शहर
में 20 से 25 रूपये किलो होती है जिसे 13 रूपये किलो बेचा गया | जबकि निगम का नियम
है जी जब्त सामग्री जब्त होते ही पहले निगम के स्टोर तक आती है उसके पश्चात् ही
बेचीं जाती है | इस प्रकार नियमों की भी अवहेलना की एवं वज़न एवं रेट में भी भारी
अनियमितता की | जिससे निगम को भारी नुकसान हुआ |
2. सिन्धी कॉलोनी में
मार्केट के बीच एक दुकान में भूखण्ड का केस चल रहा था | निचली अदालत में नगर निगम
हार गयी तो उस प्लाट मालिक से मिली भगत करके श्रीमती कीर्ति कुमारी ने बिना किसी
उच्च अधिकारी की स्वीकृति लिए राशि जमा करवा ली | जबकि निगम के नियमानुसार केस
हारने पर पत्रावली बनती और उच्च अधिकारी एवं महापौर के स्वीकृति के बाद ही राशि
जमा करायी जाती है |
इस प्रकार तुरत-पुरत में
राशि जमा करवा लेने से निगम उच्च अदालत में
केस करने से वंचित हो गयी | जिसकी
वजह से डेड करोड़ की लागत की भूमि मात्र बारह लाख रूपये में चली गयी | निगम
को बड़ी मात्रा में आर्थिक नुकसान पहुँचाया एवं नियमों की अवहेलना
की गई |
3. सत्र 2016-17 के
होल्डिंग एवं युनिपोल के टेंडर पश्चात् पार्टी से प्राप्त चेक भी 6 माह ऊपर होने
पर भी बैंक में जमा नहीं करवाये अपने पास रखे | कुछ चेकों की तो ड्यू डेट भी निकल
गयी | समय पर चेक जमा नहीं करना पाने पास रखना दर्शाता है की समय निकलने पर
पार्टियों से सौंदा बाजी का विषय समाप्त कर दिया जाता है | 23 लाख रूपये के चेक
श्रीमती कीर्ति कुमारी ने 6 माह तक कुछ चेक उससे भी ज्यादा समय तक अपने पास पड़े
स्पष्ट भ्रष्टाचार का विषय है |
4. निगम द्वारा पोलीथिन
रीकने के अभियान के अंतर्गत भारी मात्रा में पोलीथिन जब्त की गयी | अख़बारों में
निगम द्वारा जब्त पोलीथिन की मात्रा एवं निगम स्टाफ में जमा पोलीथिन में वज़न में
बड़ा अंतर है | गुपचुप तरीके से जब्त पोलीथिन को चुपचाप बेच दिया | जिससे निगम को
आर्थिक नुकसान हुआ |
5. निगम द्वारा जब्त
पिछले वर्षो का कबाड़ा भी ऑक्शन होना चाहिये था जबकि राजस्व विभाग के आँखे बंद करने
से ए.आर.सी. की पुरानी दर पर दे दिया गया | निगम को आर्थिक नुकसान पहुँचाया गया |
हुसैन के मुताबिक जबसे भाजपा सरकार नगर निगम में
बनी है तबसे भ्रष्टाचार चरम पर है पर कोई सुनने और कार्यवाही करने वाला नहीं है
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