आपका-अख्तर खान

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01 मई 2015

एक दीवानी से

एक दीवानी से
मोहब्बत तुम कर लो
एक पागल से
नज़दीकी तुम कर लो
खुशनुमा ज़िंदगी तुम
बस यूँ ही जहन्नुम कर लो ,
एक पागल दीवानी से तुम
बस तड़प कर यूँ ही प्यार कर लो ,,,,,,,,,,,,,,,अख्तर

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