आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

21 अप्रैल 2015

आम सहमति के बाद कांग्रेस अध्‍यक्ष बनेंगे राहुल गांधी: सचिन पायलट

नई दिल्ली. कांग्रेस के युवा नेता सचिन पायलट ने माना है कि आम सहम‍ति बनने के बाद राहुल गांधी कांग्रेस अध्‍यक्ष बन जाएंगे। इस मसले पर अब तक कुछ नहीं बोलने वाले पायलट ने कहा कि बिना आम स‍हमति के यह फैसला नहीं होगा।
राहुल का बदला अंदाज
59 दिन की छुट्टी के बाद पिछले हफ्ते वापस आए कांग्रेस उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी का 20 अप्रैल को 16वीं लोकसभा में दिया गया पहला भाषण चर्चा में है। भाजपा नेता वेंकैया नायडू ने हालांकि इसे 'शैतान जैसा प्रवचन' बताया है, लेकिन कांग्रेसी राहुल के भाषण से खुश हैं। ऐसे में हमने यह जानने की कोशिश की कि आखिर राहुल के इस बदले अंदाज की क्‍या वजह हो सकती है?
राहुल गांधी के भाषण को मां सोनिया गांधी ने 'बहुत अच्छा' बताया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी भाषण में राहुल के आत्मविश्वास की तारीफ कर रहे हैं। आखिरकार राहुल गांधी के जोशीले भाषण का राज क्या था? कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने दैनिकभास्कर डॉट कॉम से कहा, ''राहुल गांधी अलग-अलग कांग्रेसी नेताओं से चर्चा करते हैं लेकिन ड्राफ्ट उनका खुद का होता है। वो खुद जो महसूस करते हैं वही मन से बोलते हैं। जो आप देखते और सुनते हैं वो भाषा, शैली और शब्द सभी राहुल गांधी के हैं। '' हालांकि, लोकसभा में भाषण देते हुए वह कई बार स्क्रिप्ट को देखने में लंबा गैप लेते दिखे थे, जैसे मानों स्पीच की लाइन पढ़ रहे हों।
कांग्रेस मीडिया प्रभारी ने कहा- राहुल नहीं पढ़ते लिखा हुआ भाषण
जानकारों का कहना है कि कांग्रेस अध्यक्ष पद पर काबिज होने की तैयारी कर रहे राहुल गांधी ने अपनी पूरी टीम बदल ली है। उन्‍होंने वे लोग भी बदल लिए हैं जो उनका भाषण लिखते थे। माना जा रहा है कि 20 अप्रैल को लोकसभा में भूमि अधिग्रहण संशोधन बिल और फसलों की बर्बादी को लेकर राहुल की स्पीच के पीछे युवा चेहरे हैं। हालांकि कांग्रेस ने इससे इनकार किया है। सुरजेवाला ने कहा कि गांधी का भाषण कोई नहीं लिखता है। उन्होंने कहा,''यह बात बिल्कुल बेबुनियाद है कि राहुल गांधी का भाषण कोई लिखता है या फिर उन्हें क्या बोलना है और क्या नहीं बोलना है, इसके बारे में कोई बताता है।''
कांग्रेस के एक दूसरे प्रवक्ता मीम अफजल ने भी इस बात से साफ इनकार किया कि राहुल लिखित भाषण पढ़ते हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी प्वाइंट जरूर लिखते हैं और उसी के आधार पर बोलते हैं। कांग्रेस के प्रवक्ता ने कहा कि संसद में जिस तरह से राहुल गांधी ने रेस्पांस किया उससे आपको कहां लगा कि उनका भाषण लिखित था।
फोकस्‍ड रहा राहुल का भाषण
19 अप्रैल को रामलीला ग्राउंड में किसानों की रैली और 20 अप्रैल को लोकसभा में राहुल गांधी के भाषण में एक अहम बदलाव यह भी दिखा कि उनका भाषण ज्यादा फोकस्‍ड हो गया है। वो जो कहना चाहते थे, वही कह रहे थे। रामलीला ग्राउंड में वह किसानों के सामने विषय से भटकते नहीं दिखे। संसद में भी उन्होंने अपनी बातों को जोर शोर से कहा। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर जोरदार हमला किया। राहुल गांधी ने विरोधी की ओर इशारा करते हुए कहा कि आपके प्रधानमंत्री लेकिन विरोध होने के बाद उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री। राहुल ने सूट-बूट की सरकार की बात कही।
अभी तक भाषण के पीछे होते थे वरिष्ठ नेता
सूत्रों की मानें तो राहुल गांधी के भाषण में मोहन गोपाल, सैम पित्रोदा जैसे लोगों की भूमिका हुआ करती थी, लेकिन इस बार उनके भाषण के पीछे युवा नेता की सोच है। हालांकि पार्टी के नेता इस बात से साफ इनकार कर रहे हैं कि राहुल के भाषण में किसी का असर है। लेकिन जानकार मानते हैं कि राहुल के इस बार के भाषण में कहीं न कहीं मीडिया विभाग के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला और जयराम रमेश जैसे लोगों की सोच हो सकती है।
राहुल के ईर्द-गिर्द बढ़ी युवा चेहरों की मौजूदगी
लोकसभा में सोमवार को जब राहुल गांधी भाषण दे रहे थे तो उनके अगल-बगल युवा चेहरे नजर आ रहे थे। राहुल के ठीक पीछे बैठे अशोक च्वहाण को छोड़ दिया जाए तो बाकी सारे सांसद युवा थे। राहुल के पीछे ज्योतिरादित्य सिंधिया, गौरव गोगोई, राजीव साटव और दीपेंद्रर हुड्डा जैसे नेता मौजूद थे। इन युवा चेहरों को राहुल गांधी की नई टीम का हिस्सा माना जाता है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...