उज्जैन. वसंत
पंचमी की शुभ बेला में बखतगढ़ धार की रहने वाली 24 वर्षीय इंजीनियर प्रथा
मोदी ने उज्जैन के सूरजनगर में बसाई आगमोद्धारक नगरी में भौतिक
सुख-सुविधाओं और सांसारिक रिश्तों काे त्याग कर साध्वी जीवन ग्रहण कर लिया।
देशभर से उमड़े श्वेतांबर जैन समाज के 10 हजार लोगों की साक्षी में आचार्य
मुक्तिसागर महाराज ने प्रथा को दीक्षा ग्रहण कराई।
दीक्षा विधि के बाद प्रथा का नाम साध्वी शिवम् प्रिया श्रीजी रखा गया। सुबह 8.30 बजे खाराकुआं पेढ़ी मंदिर से दीक्षार्थी प्रथा को सैकड़ों समाजजन जुलूस के रूप में बग्घी में बैठाकर सूरजनगर लेकर आए। दोपहर में 12.39 बजे शुभ मुहूर्त में प्रथा को ओघा प्रदान कर दीक्षा प्रदान की गई।
प्रथा के साधु जीवन के वस्त्र, उपकरण भेंट करने की बोली के पश्चात मंच पर प्रथा की अंतिम विदाई में छगनलाल बाबूलाल मारू परिवार ने तिलक व नरेन्द्र कुमार तरवेचा परिवार ने नामकरण की घोषणा की। दीक्षा के बाद जब प्रथा साध्वी बन समारोह में पहुंची तो हजारों लोगों ने अक्षत वर्षा की।
दीक्षा की झलकियां
>दीक्षार्थी प्रथा ने सुबह 8 बजे दानीगेट अवंति पार्श्वनाथ मंदिर में एक किलो चांदी का छत्र चढ़ाया।
>समारोह में राजस्थान की 10 वर्षीय मंशा जैन व इंदौर की 24 वर्षीय नेहा डोसी आई थी, जो आगामी दिनों में दीक्षा लेगी।
>संयम वेष धारण के लिए प्रथा को समाजजन डोली में बैठाकर ले गए।
>साध्वी मुक्तिप्रिया श्रीजी प्रथा की गुरु बनीं।
>समारोह में राजस्थान की 10 वर्षीय मंशा जैन व इंदौर की 24 वर्षीय नेहा डोसी आई थी, जो आगामी दिनों में दीक्षा लेगी।
>संयम वेष धारण के लिए प्रथा को समाजजन डोली में बैठाकर ले गए।
>साध्वी मुक्तिप्रिया श्रीजी प्रथा की गुरु बनीं।
>प्रथा के पिता धीरज, माता आशा व भाई जयेश मोदी दीक्षा के दौरान भाव विभोर नजर आए।
सबकुछ छोड़ दीक्षा लेते ही पैदल विहार : सूरजनगर में दीक्षा
लेने के बाद इंजीनियर प्रथा साध्वी बन गई। और साध्वी मंडल में शामिल होकर
दीक्षित नाम शिवम् प्रिया श्रीजी के साथ पैदल विहार भी शुरू कर दिया। पहले
दिन वह दानीगेट पर जैन समाज के प्रमुख मंदिर श्री अवंति पार्श्वनाथ तीर्थ
पहुंची। रविवार को विहार कर बड़नगर रोड़ पर अभ्युदयपुरम संकुल जाएंगी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)