में अपना धड़कता दिल
अपने जज़्बात
अपने आंसू
अपनी यादे
अपनी चाहत
अपनी तड़पन
अल्फ़ाज़ों में लिख कर
तुम्हे बताता हूँ
और तुम हो की बस
वाह वाह कहकर
मेरे सभी जज़्बातों को
रोंदते हो
कुचलते हो
फिर चले जाते हो
शायद यही
मेरा नसीब हो ,,,,,,,
अपने जज़्बात
अपने आंसू
अपनी यादे
अपनी चाहत
अपनी तड़पन
अल्फ़ाज़ों में लिख कर
तुम्हे बताता हूँ
और तुम हो की बस
वाह वाह कहकर
मेरे सभी जज़्बातों को
रोंदते हो
कुचलते हो
फिर चले जाते हो
शायद यही
मेरा नसीब हो ,,,,,,,
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