नई दिल्ली. धर्मांतरण पर संसद में विपक्ष का हंगामा सोमवार को भी जारी है। इस बीच शिवसेना
ने अपने मुखपत्र 'सामना' में लिखे संपादकीय में पूछा है कि हिंदुत्व के
नाम पर धर्मांतरण का जो जागरण देश में शुरू है, उसे सरकार का सचमुच समर्थन
है क्या? पार्टी का कहना है कि केंद्र में भाजपा की सरकार बनने से
हिंदुत्ववादी संगठनों का बल बढ़ा है और ऐसे में अगर वे अपनी विचारधारा पर
अमल का काम कर रहे हैं, तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है।
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के कार्यकर्ताओं को देश भर में 'घर वापसी' (धर्मांतरण) कार्यक्रम रोकने का आदेश दिया गया है। यह आदेश उनके सीनियर्स ने दिया है। बताया जाता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
की नाराजगी के मद्देनजर मौखिक रूप से देशभर में विहिप कार्यकर्ताओं को
धर्मांतरण का कार्यक्रम टालने के लिए कहा गया है। इससे विहिप के अध्यक्ष
प्रवीण तोगड़िया नाराज हो गए हैं। उनका कहना है कि विहिप कार्यकर्ताओं को
'घर वापसी' के बारे में कोई नया निर्देश नहीं जारी किया गया है। न रोकने का
और न ही शुरू करने का।
मोदी नाराज
शनिवार को गुजरात के वलसाड में अरनाई गांव में विहिप कार्यकर्ताओं ने 500 ईसाइयों का धर्म परिवर्तन
करा कर उन्हें हिंदू बनाया गया था। इस पर विवाद खड़ा हो गया था। बताया
जाता है कि प्रधानमंत्री ने विहिप के नेताओं से इस संबंध में अपनी नाराजगी
जाहिर की थी।
विहिप अब भी अड़ा
हालांकि, विहिप अब भी कार्यक्रम पर अड़ा है। विहिप के नेताओं का दावा
है कि रविवार को मध्य प्रदेश में 6000 धर्मांतरित हिंदुओं की 'घर वापसी'
कराई गई। केरल के अलापुज्जा में भी कम से कम 30 दलित ईसाइयों को हिंदू
बनाया गया। गुजरात विहिप के एक नेता का कहना है कि उनका संगठन समाज में
नफरत न फैले, यह सुनिश्चित करते हुए सरकार की ओर से किसी तरह के दबाव की
परवाह किए बिना 'घर वापसी' कार्यक्रम जारी रखेगा।
30 दिसंबर को फिर कार्यक्रम
वलसाड में धर्मांतरण कार्यक्रम के बाद अब वीएचपी ने 30 दिसंबर को इसी
जिले में एक और 'घर वापसी' कार्यक्रम चलाने का एलान किया है। हालांकि,
वीएचपी के पदाधिकारी स्थान के बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर रहे हैं।
वलसाड के वीएचपी सेक्रेटरी अजीत सोलंकी का कहना है कि 30 दिसंबर को होने
वाला कार्यक्रम काफी वृहद स्तर पर किया जाएगा। उनका कहना है कि वो
धर्मांतरण कार्यक्रम नहीं चला रहे, बल्कि लोगों को 'घर वापसी' में सहयोग कर
रहे हैँ। इसके लिए उन्हें किसी से अनुमति लेने की जरूरत नहीं है। वहीं,
बिना अनुमति के इस कार्यक्रम के आयोजन पर प्रशासन क्या कार्रवाई करेगा, इस
बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। वीएचपी ने क्रिसमस के दिन अलीगढ़
में भी एक धर्मांतरण कार्यक्रम चलाने का आदेश दिया था, लेकिन उत्तर प्रदेश
की समाजवादी पार्टी सरकार के कड़े रवैये के बाद सरकार ने इस कार्यक्रम को
रद्द कर दिया था।
मुस्लिम और ईसाई विश्वयुद्ध के लिए जिम्मेदार : वीएचपी
नई दिल्ली/भोपाल. धर्म परिवर्तन पर मचे बवाल के बीच विश्व हिंदू परिषद के नेता अशोक सिंघल ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि दुनिया में ईसाई और मुस्लिमों के कारण ही युद्ध होते हैं। धर्मांतरण अभियान का बचाव करते हुए सिंघल ने कहा कि हम धर्म परिवर्तन कराने नहीं, दिल जीतने निकले हैं। दिल्ली में एक किताब के विमोचन के अवसर पर सिंघल ने कहा, "हम इस्लामी आतंकवाद का खतरा यूरोप में देख रहे हैं। विभिन्न शक्तियां अपना प्रभुत्व स्थापित करने की होड़ में हैं। इससे लगता है कि विश्वयुद्ध सुनिश्चित है। हिंदू ऐसे किसी युद्ध में शामिल नहीं होंगे, क्योंकि उन्होंने हमेशा ही प्रेम से सारे विश्व को जीतने का प्रयास किया है। हम आध्यात्मिक विजय में विश्वास रखते हैं, भौतिक विजय में नहीं। हिंदू विश्व शांति का पक्षधर है।
नई दिल्ली/भोपाल. धर्म परिवर्तन पर मचे बवाल के बीच विश्व हिंदू परिषद के नेता अशोक सिंघल ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि दुनिया में ईसाई और मुस्लिमों के कारण ही युद्ध होते हैं। धर्मांतरण अभियान का बचाव करते हुए सिंघल ने कहा कि हम धर्म परिवर्तन कराने नहीं, दिल जीतने निकले हैं। दिल्ली में एक किताब के विमोचन के अवसर पर सिंघल ने कहा, "हम इस्लामी आतंकवाद का खतरा यूरोप में देख रहे हैं। विभिन्न शक्तियां अपना प्रभुत्व स्थापित करने की होड़ में हैं। इससे लगता है कि विश्वयुद्ध सुनिश्चित है। हिंदू ऐसे किसी युद्ध में शामिल नहीं होंगे, क्योंकि उन्होंने हमेशा ही प्रेम से सारे विश्व को जीतने का प्रयास किया है। हम आध्यात्मिक विजय में विश्वास रखते हैं, भौतिक विजय में नहीं। हिंदू विश्व शांति का पक्षधर है।
पृथ्वीराज चौहान के 800 साल बाद फिर हिंदू सत्ता में
सिंघल ने कहा कि दिल्ली में 12वीं शताब्दी में राजपूत राजाओं और
पृथ्वीराज चौहान की हार के बाद हिंदू अब फिर सत्ता में आए हैं। हमारी
संस्कृति और धर्म को कुचला गया। हमें संघर्ष करना पड़ा। 50 वर्ष के संघर्ष
की वजह से ही हिंदुओं ने 800 वर्षों से खोया साम्राज्य वापस पाया है। अब यह
दिन आया कि हम कह सकते हैं कि हमारी एक ऐसी सरकार है, जो हिंदुत्व की
रक्षा के प्रति कटिबद्ध है। देश में धीरे-धीरे हमारे मूल्य स्थापित होंगे।विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीणभाई तोगड़िया
ने कहा कि विहिप हिंदुओं का धर्मांतरण रोकेगी। इसे रोकने के लिए समाज के हर
व्यक्ति को भोजन, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार देने के काम में तेजी लाई
जाएगी। जब तक एक भी हिंदू का धर्मांतरण होगा, समाज सुरक्षित और समृद्ध नहीं
बन सकता। विहिप की स्वर्ण जयंती पर आयोजित हिंदू सम्मेलन में उन्होंने कहा
कि जिस तेजी से हिंदुओं की संख्या घट रही है, यदि यह जारी रही तो 100 साल
बाद भारत में हिंदुओं की आबादी 42 फीसद रह जाएगी। विहिप के ही एक अन्य नेता
विनायक राव देशपांडे ने कहा कि किसी लालच या मजबूरी में अन्य धर्मों में
शामिल होने वालों को फिर से हिंदू धर्म में शामिल करने का कार्यक्रम
धर्मांतरण नहीं ‘घर वापसी’ है। यह बिल्कुल वैसा ही है, जैसे किसी मां का
खोया हुआ बच्चा कुछ सालों में वापस आ जाए।
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