राजकीय महाविद्यालय कोटा (राजस्थान) के उर्दू विभाग में दिनांक 8 से 11
दिसंबर' 14 तक आयोजित की जा रही यू जी सी व्याख्यान माला के तहत "
तहरीक-ए-आज़ादी में उर्दू अदब का हिस्सा" विषय पर व्याख्यान आयोजित किया गया
जिसमे मुख्य वक्ता उर्दू के सेवा निवृत व्याख्याता और उर्दू के मशहूर शायर
जनाब Ehtesham Akhtar साहब थे, और कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के
प्राचार्य डा. श्री. टी.सी. लोया ने की, जबकि मुख्य अतिथि कोटा के नामी
वकील जनाब अख्तर खान अकेला थे, कार्यक्रम का सञ्चालन उर्दू विभाग की व्याख्याता डा. Husn Ara ने किया !
मुख्य वक्ता जनाब एहतेशाम अख्तर पाशा साहब ने तहरीक-ए-आज़ादी में उर्दू अदब
की खिदमात पर तफ़्सीली तक़रीर की, और उर्दू शायरों और अदीबों की खिदमात का
जायज़ा भी पेश किया ! गुफ्तुगू को आगे बढ़ाते हुए डा. हुस्न आरा ने कहा कि
तहरीक-ए-आज़ादी में उर्दू ज़बान के हिस्से का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता
है कि आज़ादी की तहरीक के दौरान उर्दू ज़बान की ज़ब्त शुदा किताबों की तादाद
लगभग 581 थी, इसलिए यह कहना गलत न होगा कि आज़ादी की तहरीक में उर्दू अदब ने
हर जगह हर मौके पर मुल्क और क़ौम की खिदमात अंजाम दी ! उर्दू सहाफत, नॉवेल,
अफ़साना, ग़ज़ल और नज़्म हर सिन्फ़ में आज़ादी की गूँज सुनाई देती है !
कार्यक्रम के अंत में उर्दू विभाग की अध्यक्ष डा. क़मर जहाँ साहिबा ने सभी आमंत्रित विद्वानो को धन्यवाद ज्ञापित किया !
कार्यक्रम के अंत में उर्दू विभाग की अध्यक्ष डा. क़मर जहाँ साहिबा ने सभी आमंत्रित विद्वानो को धन्यवाद ज्ञापित किया !
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