तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे?
गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
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01 सितंबर 2014
ओहदों के लिए
दरबार में जब ओहदों के लिए पैरों पे अना गिर जाती हैं, कौमो के सर झुक जाते हैं चकरा के हया गिर जाती हैं ! अब तक तो हमारी आँखों ने बस दो ही तमाशे देखे हैं, या कौम के रहबर गिरते हैं या लोकसभा गिर जाती हैं !! (जनाब मुनव्वर राना
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दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)
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