मेरे हर अलफ़ाज़ में तुम हो
मेरे हर साज़ में तुम हो
मेरी हर याद में तुम हो
मेरी क़लम की नोक पर तुम हो
मेर्रे कागज़ ,,मेरी स्याही में तुम हो
मेरी तन्हाई में तुम हो
मेरी भीड़ में तुम हो
मेरी ज़ुबान पर तुम हो
मेरे दिल मेरे दिमाग में तुम हो
मेरी लेबटॉप के की बोर्ड पर
थिरकती उँगलियों पर तुम हो
हां बस तुम ही सच हो
बस तुम हो बस तुम हो ,,,,,,,,,,,,,,
मेरे हर साज़ में तुम हो
मेरी हर याद में तुम हो
मेरी क़लम की नोक पर तुम हो
मेर्रे कागज़ ,,मेरी स्याही में तुम हो
मेरी तन्हाई में तुम हो
मेरी भीड़ में तुम हो
मेरी ज़ुबान पर तुम हो
मेरे दिल मेरे दिमाग में तुम हो
मेरी लेबटॉप के की बोर्ड पर
थिरकती उँगलियों पर तुम हो
हां बस तुम ही सच हो
बस तुम हो बस तुम हो ,,,,,,,,,,,,,,
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