आपका-अख्तर खान

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06 जून 2014

इतनी धुप में घबरा क्यों गए…… काश कुछ पौधों को जीवन दिया होता बचपन में।

इतनी धुप में घबरा क्यों गए…… काश कुछ
पौधों को जीवन दिया होता बचपन में।
जी हाँ दोस्तों इस्लामिक बात है ,,,जन्नत जन्नत इसीलिए है क्योंकि वहां पेढ़ पोधे हरियाली है ,,,,,,,,,हुज़ूर स अ व ने फ़रमाया है के पढ़ लगाना और उन्हें बचाये रखना सबसे बढ़ा सवाब है ,,,,,फिर मुसलमानो के होते हुए हरे पेड़ों की कटाई क्यों ,,,जो पेढ़ हमे फल ,,हमे छाया ,,,हमे ज़िंदगी देते है आओ उन पेड़ों को लगाने ,,उन पेड़ों को बचाने के लिए काम करे सवाब हांसिल करें ,,और दुनिया को बता दे के इस्लाम इंसान के साथ हिंसा तो क्या ,,पेढ़ पौधों के साथ भी हिंसा करने का हुक्म देता ,, अख्तर

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