इंदौर. शुक्रवार शाम ट्रेन में चढ़ते वक्त हाथ फिसल जाने से
पटरियों और प्लेटफॉर्म-5 की गैप में गिरी निशि का इलाज निजी अस्पताल में चल
रहा है। इस हादसे में उसके पैर का पंजा कट गया था। शनिवार को पूरे समय वह
अपना पैर देख रोती रही। उस वक्त को कोस रही थी जब यह हादसा हुआ। छोटा भाई
सब ठीक हो जाने का कहकर उसे हिम्मत बंधाता रहा।
शिमला में निजी कंपनी में कार्यरत निशि निरंजन कुमार सिपला कंपनी में
इंटरव्यू देने इंदौर आई थी। वह छोटे भाई मुकेश के साथ वापस लौट रही थी।
मुकेश ने बताया हादसे के वक्त वह बहन के पीछे खड़ा था। मोबाइल की वजह से
निशि का हाथ ट्रेन के हैंडल से फिसल गया।
वह प्लेटफॉर्म और ट्रेन के बीच पटरियों में फंस गई। उसका वजन ज्यादा
होने से पकड़ नहीं पाया। कुछ देर तक उसे संभालने की कोशिश की, इसी बीच
ट्रेन चलने लगी। हम चिल्लाने लगे। अगर मैं उसे नहीं संभालता तो स्थिति और
बदतर हो जाती। लोगों ने ट्रेन रुकवाई तब तक उसका पैर कट चुका था। 20 मिनट
बाद उसे बाहर निकाला जा सका।
परिचित ने बताया घटना के बाद युवती का कटा पंजा इस उम्मीद में अस्पताल ले गए थे कि फिर से जुड़ जाएगा। मगर डॉक्टरों ने स्थिति देखकर मना कर दिया। निशि डिप्रेशन में है। वह बार-बार हादसे को याद कर रो रही है।
मुकेश ने बताया इसी महीने बहन की सगाई बिहार में रहने वाले लड़के के
साथ हुई थी। नवंबर में शादी तय हुई है। माता-पिता बिहार में रहते हैं। वे
इंदौर के लिए निकल चुके हैं। रविवार सुबह पहुंचेंगे। मुकेश से जानकारी
मिलने पर सिपला कंपनी के अफसर भी निशि से मिलने पहुंचे।
नहीं जुड़ सका पंजा
परिचित ने बताया घटना के बाद युवती का कटा पंजा इस उम्मीद में अस्पताल ले गए थे कि फिर से जुड़ जाएगा। मगर डॉक्टरों ने स्थिति देखकर मना कर दिया। निशि डिप्रेशन में है। वह बार-बार हादसे को याद कर रो रही है।
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