आपका-अख्तर खान

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29 मई 2014

आज अचानक

आज अचानक
उनकी उदासी का अहसास
फिर उनके उदासी भरे अलफ़ाज़
में तो मर गया था
बस उनकी
खनकती हंसी
कानो में मिठास घोल देने वाली खुशनुमा आवाज़
मुझे सुकून दे गयी
और में
मरने से बच गया ,,,,,,,,

1 टिप्पणी:

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