इस्लाम
में जिन मोलवी मौलानाओं को दीनी तालीम देने लायक़ बनाया है ,,जिन इमामों
को नमाज़ पढ़ाने का दर्जा दिया है ऐसे दीन के जानकार अगर दिनी तब्लीग को
छोड़कर सियासत में जुड़कर खुद को बेच दे और हुलिया इस्लाम का बना कर इस्लाम
को बदनाम करे अपने हुलिये के इस्लामिक तोर तरीक़े बताकर सियासी तोर पर रूपये
और सियासी पदों की सौदेबाज़ी करे तो ऐसे लोगों के लिए दुनिया तो क्या
जहन्नुम में भी जगह नहीं है ,,,,,,,,,,,,ऐसा तो
क़ुरान और हदीस की तालीम से निकल कर आता है फिर भी यह मोलाना ,,,मोलवी
,,,इमाम ,,जो इस्लाम आम मुसलमान से ज़यादा समझते है सियासी गुलामी और
सौदेबाज़ी का जुर्म खूब करते है अल्लाह से डरते नहीं और दुनियावी लोगों से
डर कर उनके सामने खुद को इस्लामिक हुलिया बनाकर बेच कर पार्टियों के ब्रांड
एम्बेसेडर प्रचारक बनने का गुनाह करते है अल्लाह तोबा ऐसे लोगों को खुदा
अक़ल दे ,,अगर सियासत करना है तो फिर तब्लीग का हुलिया इस्लाम का हुलिया हटा
कर आम हुलिया बनाओ मोलवी गिरी मोलाना गिरी छोडो और फिर सियासी रूप से आज़ाद
होकर जिधर चाहे उधर जाइये और प्रचार करिये किसी को कोई ऐतराज़ नहीं रहेगा
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