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08 मार्च 2014

संघ प्रमुख मोहन भागवत की सुरक्षा का जिम्मा लेने से सीआईएसएफ का इनकार



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संघ प्रमुख मोहन भागवत की सुरक्षा का जिम्मा लेने से सीआईएसएफ का इनकार
 
 नई दिल्ली.  संघ प्रमुख मोहन भागवत की सुरक्षा का जिम्मा लेने को लेकर केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने इनकार कर दिया है। फिलहाल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघ चालक भागवत की सुरक्षा महाराष्ट्र पुलिस के पास है। केंद्र सरकार चाहती है कि उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी किसी केंद्रीय बल के पास हो, जिससे एक से दूसरे राज्य जाने पर सुरक्षा व्यवस्था एक जैसी ही रहे। उसमें किसी तरह की चूक की आशंका न हो। 
 
सूत्रों के मुताबिक, सीआईएसएफ को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जेड प्लस सुरक्षा प्राप्त मोहन भागवत की सुरक्षा का जिम्मा लेने को कहा था। इसके बाद सीआईएसएफ ने अपने स्तर पर उनकी सुरक्षा को लेकर आकलन भी किया। लेकिन उसके बाद इस अर्धसैनिक बल ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को भागवत की सुरक्षा लेने से इनकार कर दिया। इसकी वजह बताते हुए केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ने कहा कि फिलहाल भागवत की सुरक्षा महाराष्ट्र पुलिस के पास है। उन्हें जो सुरक्षा प्लान दिया गया है उसके मुताबिक सीआईएसएफ के पास सुरक्षा आने के बाद भी महाराष्ट्र पुलिस के जवान उनकी सुरक्षा में रहेंगे। ऐसा होने पर सुरक्षा बलों को लेकर एक 'मिश्रित' व्यवस्था हो जाएगी। इसे सीआईएसएफ उचित नहीं मानता है। उसका मानना है कि अगर उसे किसी व्यक्ति की सुरक्षा की जिम्मेदारी दी जा रही है तो वह पूरी तरह से उसके पास ही हो। उसमें मिश्रित स्वरूप न हो।
 
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि सीआईएसएफ को सुरक्षा देने का उद्देश्य यह था कि भागवत जहां भी जाएं उनके लिए एक जैसी सुरक्षा हो। जबकि फिलहाल जो व्यवस्था है उसके अनुसार उन्हें नागपुर में जेड प्लस से भी अधिक सुरक्षा कर्मी का सुरक्षाव्यूह में रखा जाता है। जबकि अन्य राज्य जाने पर महाराष्ट्र पुलिस के जवान कम हो जाते हैं। अगर कोई केंद्रीय बल होगा तो सभी जगह वह एक समान जवान उपलब्ध करा सकता है। ऐसे में सीआईएसएफ की मांग
को ध्यान में रखकर विचार किया जाएगा। 
 
इधर, सीआईएसएफ के प्रमुख अरविंद रंजन ने इस बाबत बात करने पर कुछ भी चर्चा करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि वीआईपी सुरक्षा पर कोई भी बात सार्वजनिक नहीं की जा सकती है। अगर इस मामले में कुछ कहना होगा तो वह केंद्रीय गृह मंत्रालय ही कह सकता है। अरविंद रंजन सीआईएसएफ प्रमुख बनने से पहले एनएसजी के प्रमुख थे। उन्हें एक शांत लेकिन सुरक्षा मामले का कड़क अधिकारी माना जाता है। 
 
सीआईएसएफ के लिए नई नहीं है वीवीआईपी सुरक्षा 
सीआईएसएफ फिलहाल देश के 7 वीवीआईपी को जेड प्लस सुरक्षा प्रदान कर रही है। जबकि 11 को जेड श्रेणी की सुरक्षा इसके कर्मी प्रदान कर रहे हैं। इसके अलावा करीब दो दर्जन वीआईपी को इसकी ओर से वाई श्रेणी और करीब 3 लोगों को एक्स श्रेणी की सुरक्षा दी जा रही है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री आरपीएन सिंह, पंजाब के उप मुख्यमंत्री सुखबीर बादल सहित कई नामचीन लोगों को सीआईएसएफ की सुरक्षा हासिल है।

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