दोस्तों
कल आठ मार्च विश्व महिला दिवस था तो कल दस मार्च मेरी पत्नी का हुकूमत
दिवस और मेरा गुलामी दिवस है ,,,,,,,,,,में क्या कहना चाहता हूँ आप तो
समझदार है समझ ही गए होंगे ,,तेईस साल पहले दस मार्च को मेने शादी की
क़ुरबानी दी थी ,,तभी से में बलि का बकरा बना हूँ ,,,मेरी शरीके हयात का में
शुक्रगुज़ार हूँ जो उसने मुझे देख कर भी निकाह क़ुबूल ,,निकाह क़ुबूल कह दिया
,,,,,में शुक्रगुज़ार हूँ के मेरी शरीके हयात
का जिसने मुझे एक चाँद सा बेटा और दो चांदनी जेसी बेटियां दी ,,उनकी नेक
परवरिश में मेरा हाथ बंटाया ,,,,,,,,,,,,,मुझ से ,,मेरे रिश्तेदारों
,,मेरे माता पिता के साथ इंसाफाना सुलूक रखा ,,उन्हें अपना बनाया ,,,,में
शुक्रगुज़ार हूँ ,,,मेरी शरीके हयात का जिसने मेरे साथ पुरे तेईस साल गुज़ारे
, और मुझे समाज में रिश्तेदारों में मेरे अपनों मेरे परायों में मुझे और
खुद को उसने सुरखुरु रखा ,,,,बस अल्लाह तू मेरी इस शरीके हयात का गुस्सा
कम करियो ,,इसकी ज़ुबान दराज़ी पे लगाम लगाइयो ,,मेरी इस शरीके हयात की मुझे
डांटने डपटने की आदत कम करियो ,,अल्लाह इसकी शक करने की आदत रोकियो ,,,मेरे
आने जाने पर पाबंदी लगाने से बचाइयो ,,अल्लाह इस जेलर को कहियो यह मुझे
थर्ड डिग्री का रिमांड से न सताये ,,,,,,,,अल्लाह तो इसकी मेरे साथ घूमने
की आदत कम करियो ,,,मुझ से यह बार बार खाना ना बनवाये ,,कपड़े ना धुलवाए ,,
कपड़ो पर प्रेस ना करवाये कुछ ऐसा चमत्कार करियो जो मेने इसे पटाने के लिए
जो वायदे किये है उन वायदो को यह भूल जाए और मुझे बार बार वायदे पुरे करने
के लिए न सताये ,,अल्लाह मेरे माँ बाप की इस बहु ,,मेरे बच्चों की इस माँ
,,,मेरी बहनो की इस भावज ,,,मेरी इस शरीके हयात को तो तंदरुस्त रखियो
,,सेहतयाब रखियो ,,खुशहाल रखियो ,,लम्बी उम्र देना ,,इसकी हर ख्वाहिश हर
चाहत पूरी हो कुछ ऐसा करिश्मा करना ,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
09 मार्च 2014
दोस्तों कल आठ मार्च विश्व महिला दिवस था तो कल दस मार्च मेरी पत्नी का हुकूमत दिवस और मेरा गुलामी दिवस है ,,
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