पटना. बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू नेता नीतीश कुमार ने एनडीटीवी के साथ इंटरव्यू में मोदी का नाम लिए बिना उनपर जमकर निशाना साधा। नीतीश ने मोदी और राहुल गांधी
का नाम लिए बिना कहा कि आज जो भी नेता प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बने
घूम रहे हैं, उसमें से किसी को न तो संसद का अनुभव है न राज्य का, जबकि
मेरे पास दोनों जगहों का अनुभव है। नीतीश ने मोदी पर निशाना साधते हुए कहा
कि जो लोग संसद का नेतृत्व करना चाह रहे हैं, क्या उन्हें संसद में बैठने
का कोई अनुभव है? उन्होंने कहा, राजनीति में मेरा लंबा अनुभव है और मेरे
द्वारा किए गए कामों को देखिए। उन्होंने प्रधानमंत्री बनने के मुद्दे पर
स्पष्ट रूप से तो कुछ नहीं कहा, परंतु इशारों-इशारों में इतना जरूर कह दिया
कि उन्हें प्रधानमंत्री बनने से कोई परहेज नहीं है।
कहा- बिहार के लिए कुछ भी कर सकता हूं
नीतीश ने यह भी कहा कि वह कुर्सी के लिए नहीं, बल्कि बिहार के हक के
लिए कुछ भी कर सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि मोदी से अहं के टकराव का
कोई सवाल ही पैदा नहीं होता। नीतीश ने कहा कि यह स्पष्ट है कि 2002 के
गुजरात दंगे ही 2004 में एनडीए के सफाये का कारण बने थे। मैं 2002 में अटल
बिहारी वाजपेयी के कैबिनेट में मंत्री था, मोदी के कैबिनेट में नहीं, इसलिए
मुझे क्यों इस्तीफा देना चाहिए था।
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