आपका-अख्तर खान

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18 मार्च 2014

ये क्या बदतमीज़ी है ?

वो- * ये क्या बदतमीज़ी है ?
मे- * मे बेबस हो गया हु,,
वो-* छोड़ो हमारा रास्ता,,
मे -* मुझे तुमसे प्यार हो गया है,,
वो-* लेकिन हम आपसे प्यार नहीं करते,,
मे -* मगर किसी को प्यार करने से रोक तो नहीं सकती क्या करुं? बोलो क्या करूं कि तुम्हे यकीन आ जाये? जान दे दु अपनी? जान दे दूं ?
वो-* हमने ऐसा तो नहीं कहा?
मे-* जान बख्शने का शुक्रिया,,

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