नई दिल्ली. इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को कुचलने वाले अपने बयान पर बवाल होता देख केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने यू-टर्न लेते हुए कहा है कि उन्होंने ऐसा पत्रकारिता के लिए नहीं, बल्कि सोशल मीडिया के लिए कहा था। हालांकि, इसके बाद ट्विटर
पर यूजर्स नेे उनका मजाक उड़ाना शुरू कर दिया है। शिंदे अपने बयान से
भाजपा के भी निशाने पर आ गए हैं। पार्टी नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि
शिंदे इससे पहले भी आपत्तिजनक बयान दे चुके हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस
बुरी तरह से हताश हो चुकी है इसलिए उनके नेताओं के मुंह से इस तरह के बयान
निकल रहे हैं।
पहले कहा था?
इससे पहले रविवार को शिंदे ने कहा था कि वो इलेक्ट्रानिक मीडिया को
“कुचल देंगे”। उन्होने कहा था कि मीडिया वाले बेवजह गलत प्रोपेगेंडा बनाकर
कांग्रेस को भड़काने का प्रयास करते हैं। शिंदे के इस बयान के बाद काफी
हंगामा खड़ा हो गया। विवाद बढ़ता देख मंगवार सुबह शिंदे अपने बयान से पलट
गए।
अब कह रहे हैं?
शिंदे अब कह रहे हैं कि उन्होंने कहा था कि सोशल मीडिया घृणा फैलाती
है, पत्रकारिता नहीं। उन्होंने कहा कि खुफिया विभाग मेंरे अंडर आता है। मैं
जानता हूं कि ये सबकुछ कौन कर रहा है। जो भी हो रहा है उसे मैं जानता हूं
और ये भी जानता हूं कि इसके पीछे कौन ताकते हैं।
क्यों दिया था बयान?
शिंदे का बयान राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर पर लोकसभा चुनाव को लेकर
आए जनमत सर्वेक्षण के नतीजों की पृष्ठभूमि को लेकर था। शिंदे ने मीडिया से
अपील की थी कि वो कुछ ऐसी साकारात्मक खबरे चलाएं, जिसे पाठक सहर्ष स्वीकार
करे। उन्होंने कहा कि लोग उन्हें कभी भी स्वीकार नहीं करेंगे जो समाज को
प्रभावित कर बांटने की कोशिश कर रहे हैं।
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