जयपुर। आसाराम की गिरफ्तारी का पूरा घटनाक्रम कम दिलचस्प नहीं है। इस कहानी में सियासी दांवपेच भी हैं, पुलिसिया चालाकी भी। आसाराम पर सरकार के पहले नरम फिर गर्म रुख के पीछे सियासी गणित है। राज्य सरकार आसाराम पर कार्यवाही से इसलिए कतरा रही थी, क्योंकि उसे दिल्ली से ग्रीन सिग्नल नहीं मिल रहा था।
गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे, कांग्रेस के राज्य प्रभारी महासचिव गुरुदास कामत के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की बातचीत के बाद ही बाबा की गिरफ्तारी का रास्ता तैयार हुआ।
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