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14 जुलाई 2013

अर्थशास्त्री नहीं अनर्थशास्त्री चला रहे हैं देशः मोदी



पुणे. भाजपा राष्ट्रीय प्रचार समिति के प्रमुख और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। मोदी ने पुणे में आयोजित जनसभा में में कहा कि देश को अर्थशास्त्री नहीं अनर्थशास्त्री चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुणे की धरती से यह आवाज उठनी चाहिए सुराज्य मेरा अधिकार है। विदेशी ताकतों को हराने का सामर्थ्य इस पुण्य भूमि से प्राप्त होता रहा है। कांग्रेस ने देशवासियों के सपनों को नोंच दिया है, देश को लूटने का काम किया, हमारे साथ कई देश आज़ाद हुए और सब इस समय तरक्की कर रहे है और हम पीछे हो रहे हैं। गरीबी हटाने के नारे का क्या हुआ? मोदी ने कहा कि देश कांग्रेस के एक्ट से तंग आ चुका है अब देश को एक्शन चाहिए।
मोदी ने कहा, जब देश आज़ाद हुआ तब रुपये की कीमत एक डॉलर के बराबर थी। अब एक डॉलर की कीमत देश के प्रधानमंत्री की उम्र के बराबर हो गई है। हम से छोटे देशों के पैसे की ताकत कम नहीं हो रही है लेकिन भारत का रुपया अपनी ताकत खो रहा है। रुपया ताकत इसलिए खो रहा है कि दिल्ली में बैठे हुए लोग खाने और लुटाने में लगे हुए हैं। 

इससे पहले उन्होंने फर्गुसन कॉलेज में कहा कि केंद्र सरकार के अभियान 'भारत निर्माण' पर 'शक' जताने वाले मोदी ने अब केंद्र की महत्‍वाकांक्षी योजना फूड सिक्‍योरिटी बिल पर सवाल उठाए हैं। उन्‍होंने कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी के ड्रीम प्रोजेक्‍ट खाद्य सुरक्षा बिल पर निशाना साधते हुए कहा, 'केंद्र सरकार को लगता है सर्टिफिकेट आ गया तो सब आ गया। फूड सिक्‍योरिटी बिल आ गया तो जैसे थाली में खाना आ गया। जबकि ऐसा नहीं है।'
बीजेपी की तरफ से पीएम पद के प्रबल उम्‍मीदवार माने जा रहे मोदी ने स्किल डेवलपमेंट पर जोर देने की बात की है। मोदी ने कहा कि दुनिया के सबसे ताकतवर मुल्‍क अमेरिका के राष्‍ट्रपति बराक ओबामा ने दूसरी बार शपथ लेते हुए स्किल डेवलपमेंट को प्राथमिकता बताया था।
युवाओं को पार्टी से जोड़ने की अपनी मुहिम के तहत पुणे पहुंचे मोदी ने फर्ग्युसन कॉलेज के छात्र-छात्राओं को संबोधित किया। वे कुछ समय पहले राजधानी के श्रीराम कालेज में गए थे। मोदी ने अपने भाषण में कहा, 'आज देश में निराशा का माहौल है। लेकिन युवा देश के लिए काम कर सकते हैं। देश में युवाशक्ति के इस्तेमाल की जरूरत है। युवा कुछ कहना चाहता है। कुछ करना चाहता है। ऐसे में देश को इस निराशा के माहौल से निकालना होगा। उन्‍होंने कहा कि नौजवान जागरूक हैं तो भविष्‍य सुनहरा है। ये देश नौजवानों का है। हम देश के सबसे युवा देश हैं। इस देश का भविष्य उज्‍ज्‍वल है। हमारी परंपरा और शिक्षा महान है। अगर हम अपनी पद्धति अपनाते तो जरुर एक बड़ी शक्ति के रूप में आगे आएंगे।' 
 
साढे पांच हजार छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए मोदी ने साफ किया कि वह इस मंच से राजनीतिक बयान नहीं देना चाहते हैं लेकिन हमें यह सोचना होगा कि हमने अपने पूर्वजों के सपनों को पूरा किया है। उन्‍होंने चीन की प्रगति का उदाहरण देते हुए कहा कि चीन और भारत की आबादी में कोई ज्‍यादा अंतर नहीं है। करीब 10 साल पहले दुनिया की टॉप 500 यूनिवर्सिटी में हमारे दो विश्‍वविद्यालय शामिल थे जबकि चीन का एक भी विश्‍वविद्यालय इस लिस्‍ट में नहीं था। आज हालत यह है कि चीन के कुल 32 विश्‍वविद्यालय इस लिस्‍ट में हैं जबकि हम दो से एक तक सिमट गए हैं।' चीन ने सबसे पहले अपनी प्राथमिकताओं को तय किया और उसके बाद अपना विकास शुरू किया।
 
मोदी ने कहा, 'हमारे देश में कितने लोगों ने रिसर्च किया है, उसकी कोई भी जानकारी किसी के पास नहीं है। हमारे देश के सभी रिसर्च को एकत्रित करना चाहिए। आदवासियों के कल्याण के लिए बहुत पैसा खर्च किया गया लेकिन कोई फायदा क्यों नहीं होता। 120 करोड़ के देश में एक भी खिलाड़ी मेडल नहीं जीत पाता है तो बहुत निराशा होती है। हमने अब तक अपनी युवा पीढ़ी को कोई अवसर नहीं दिया। युवाओं को आगे ले जाने के लिए सोच चाहिए।'
 
मोदी ने कहा, 'हमें रिसर्च पर जोर देना पड़ेगा। जो देश रिसर्च को प्राथमिकता नहीं देता है वह देश कभी भी आगे नहीं जा सकता है। उस देश के विकास में ठहराव आ जाता है। आज शिक्षा मनी मेकिंग मशीन बन गई है। लोगों को 'Power' (सत्‍ता) की चिंता है हम 'Empowerment' (सशक्तिकरण) चाहते हैं।'
 
मोदी ने कहा, 'दुनिया हमारी शक्ति को मान गई है। आज कोई भी पड़ोसी भारत का देश का दोस्त नहीं है। शिक्षा के क्षेत्र में भारत आगे रहा है। आजादी के बाद हम कोई ऐसी चीज़ नहीं कर सके हैं जिसपर गर्व किया जा सके। हमें अपने देश की प्रतिभाओं का समुचित उपयोग करना होगा। हम अपनी शिक्षा को ताकत के साथ खड़ा कर सकते है। हमारी शिक्षा का महत्व है। समस्या का समाधान दूर नहीं है, बस थोड़ी सी इच्‍छा शक्ति की जरुरत है।'
 
मोदी ने कहा कि सावरकर और सीवी रमन के कॉलेज की मिट्टी को माथे से लगाने की तमन्ना उन्हें पहले से थी। सावरकर के कमरे में उन्होंने देश के लिए कुछ करने की ताकत महसूस की। 
 
इसके अलावा मोदी आज पुणे के बी.जे. मेडिकल मैदान में आयोजित जनसभा को भी संबोधित करेंगे । सभा दोपहर बाद 3 बजे से शुरू होगी। मोदी की यह जनसभा कई मायने में महत्वपूर्ण है। इस सभा को 'निश्‍चय सभा' का नाम दिया गया है। इस कार्यक्रम में भाजपा के महाराष्ट्र प्रभारी राजीव प्रताप रूडी, भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं सांसद गोपीनाथ मुंडे, प्रदेशध्यक्ष देवेंद्र फडणवीस, विनोद तावडे, पंकजा मुंडे और पूनम महाजन उपस्थित रहेंगे।
 
आज की इस सभा से मोदी महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव और आगामी लोकसभा चुनावों के लिए बिगुल फूंकने का काम करेंगे । बीजेपी के स्थानीय नेताओं का कहना है कि मोदी तिलक की इस धरती से 'सुराज्य ' का नारा बुलंद करेंगे । तिलक ने आज़ादी के संघर्ष के दौरान 'स्वराज'का नारा देश की जनता को दिया था ।

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