लोग केदारनाथ त्रासदी का सच तलाशने में लगे है लेकिन यह कुदरत है इश्वर है भगवान है इसका भेद वही जाने ,,,,, इंसान इस भेद को पता नहीं लगा सकता है ....फिर भी देखो कोई कहता है ....के नरेंदर मोदी के ज़ुल्म अत्याचार बढने के बाद भी उसे ताजपोशी की बात इस देश के लोगों द्वारा की जा रही है इसलियें कुदरत का यह तांडव हुआ ...........कुछ कहते है के मनमोहन सिंह ने देश और देश के लोगों का बड़ा गरक कर देश में भ्रष्टाचार बेईमानी और महंगाई के नये आयाम स्थापित किये है और कोंग्रेस की चुप्पी देश की सभी साथी पार्टियों का मिलन इस अत्याचार को बढ़ा रहा है इसलियें कुदरत का यह कहर हुआ कुछ कहते है गोपालगढ़ भरतपुर राजस्थान नरसंहार के बाद अशोक गहलोत को दोषी होने के बाद भी नहीं हटाया इसलियें यह अत्याचार हुआ है .कुछ कहते है विजय बहुगुणा उत्तराखंड के लायक नहीं होने पर भी उनको सत्ता सोंपी इसलियें यह कहर हुआ है .लेकिन दोस्तों सच क्या है यह तो कुदरत के भेद कुदरत ही जाने ..बस सच यही है के धरती पर कही ना कही पाप तो बढ़ा है और इस पाप के खिलाफ जब कोई खड़ा नहीं हुआ इस पाप के जब लोग समर्थक बन गये तब यह कुदरत का कहर हुआ है और इसके लियें राहत और पुनर्वास कार्यों के साथ साथ देश के सभी धर्मो हिन्दू ..मुस्लिम ..सिख इसाई को देश के अमन चेन और देश के सुकून इश्वर के कहर से मुक्ति के लियें अपने अपने तरीके से प्रार्थना करना चाहिए और सभी को अपने अपने तरीके से त्रासदी का शिकार हुए इस तांडव का पुनर्वास करने के लियें और फंसे हुए लोगों को बचाने के लियें कोशिश करना चाहिए मानवता का इश्वर के संदेश सभी की मदद करो के सिद्धांत का पालन करते हुए बिना किसी जाती ..धर्म .. क्षेत्रीयता के लोगों की मदद करना चाहिए .........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
01 जुलाई 2013
सभी धर्मो हिन्दू ..मुस्लिम ..सिख इसाई को देश के अमन चेन और देश के सुकून इश्वर के कहर से मुक्ति के लियें अपने अपने तरीके से प्रार्थना करना चाहिए और सभी को अपने अपने तरीके से त्रासदी का शिकार हुए इस तांडव का पुनर्वास करने के लियें और फंसे हुए लोगों को बचाने के लियें कोशिश करना चाहिए
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