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17 जुलाई 2013

22 बच्चों की मौत के बाद भी सामने नहीं आए नीतीश, मंत्री ने राजनीतिक साजिश बताकर झाड़ा पल्ला



छपरा. बिहार के सारण जिले के के स्कूल में जहरीला मिड-डे-मील खाने से  22 बच्चों की मौत (देखें तस्वीरें) के बाद राज्य भर में जमकर हंगामा हुआ। बिहार के शिक्षा मंत्री पीके शाही ने कहा कि घटना के बाद से ही हेडमास्टर अपने परिवार समेत फरार हैं। शाही के मुताबिक कुक ने खाने के तेल के बारे में उनसे शिकायत की थी लेकिन उसे नजरअंदाज कर दिया गया। उन्होंने कहा कि हेडमास्टर मिड-डे-मील का अनाज बाजार से खरीदती थीं। साथ ही आरोप लगाया कि हेडमास्टर का पति एक राजनीतिक दल का सदस्य है और छपरा के हेडमास्टर को राजनीतिक दबाव के चलते ही नियुक्त किया गया था। हेडमास्टर को सस्पेंड कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस घटना के पीछे षड्यंत्र होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है। राज्य सरकार की कार्रवाई के बारे में शाही का कहना था कि सरकार ने मामले में तुरंत कदम उठाए। उन्होंने कहा कि बच्चों को दिए गए खाने में जहर मिला हुआ था। पुलिस जांच कर रही है कि यह कैसे हुआ।
राज्य में इतने बड़े हादसे के बाद भी मुख्यमंत्री के सामने न आने पर गुस्साए लोगों ने कई जगहों पर हंगामा और पुलिस पर पथराव किया। छपरा में गुस्‍साए लोगों ने कई जगहों पर तोड़फोड़ की। सड़कों पर उतरे लोगों ने पुलिस वैन फूंक दी और थाने को आग के हवाले कर दिया तो पटना में मिड-डे मील के दफ्तर पर भी नाराज लोगों ने हंगामा और तोड़-फोड़ की। पटना के अस्पताल में अब भी 25 बच्चों का इलाज चल रहा है। 
बच्चों की मौत के बाद राज्य में राजनीति तेज हो गई है। भाजपा, राजद और लोजपा की ओर से सारण बंद कराया गया है तो भाकपा माले ने राज्य में प्रतिवाद दिवस का ऐलान किया है। बुधवार को कई नेता बच्चो को देखने अस्पताल पहुंचे लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने न आने पर या अस्पताल न जाने पर भी विरोध गहरा रहा है। विपक्षी दलों ने नीतीश से इस्तीफे की भी मांग की है।
खाने में मिली छिपकली, 22 बच्चे बीमार
 
बिहार के ही मधुबनी में नूरचक विद्यालय में मिड डे मिल खाने से 22 बच्चे बीमार हो गये। इनमें 15 बच्चों की स्थिति गंभीर बनी हुई है और वे अब भी बेहोश हैं। लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें खतरे से बाहर बताया है। जिला प्रशासन की ओर से बताया गया कि खाने में छिपकली गिरी हुई थी। इससे खाना जहरीला हो गया था। उसे खाने के बाद बच्चों को उल्टी होने लगी। इसके बाद ही उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। उधर, गया के एक स्कूल में खाना बनाने की जगह पर सल्फास की गोलियां मिलने से हडकंप मच गया। हालांकि यहां पर खाना बनाने से पहले ही गोलियां मिलने से किसी तरह का खतरा नहीं है।

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