राजस्थान सरकार के राजस्थान के अधिकारी और मंत्री की नादानी की वजह से वरिष्ठ नागरिक कोंग्रेस सरकार के खिलाफ बगावत पर उतर रहे है ......राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वरिष्ठ नागरिकों के प्रति संवेदन्शीलता दिखाते हुए जिनकी आयु साठ वर्ष से अधिक है उन्हें रियायती टिकिट पर यात्रा की छुट देने की घोषणा की थी जो राजस्थान सरकार में शुरू भी कर दी गयी है लेकिन अचानक नोकर्शाहों ने राजस्थान सरकार के परिवहन मंत्री को उल्टा पाठ पढाया और सभी वरिष्ठ नागरिकों के लियें स्मार्ट कार्ड बनाना अनिवार्य कर दिया .एक तरफ तो स्मार्ट कार्ड बनाना अनिवार्य है दूसरी तरफ विभाग के पास व्यवस्था नहीं है ..वरिष्ठ नागरिकों का कहना है के सभी नागरिकों के पास आधार कार्ड .फोटो पहचान पत्र है फिर वोह गेर जरूरी तरीके से परेशां होने के लियें क्यूँ स्मार्ट कार्ड बनवाएं वेसे भी सरकार को भी इसमें अनावश्यक खर्च और वक्त बर्बाद हो रहा है बात सीधी सी है नागरिक बस में बेठा उसने पहचान पत्र बनाया और उसे रियायती टिकिट मिल गया सरकार का रुपया और वक्त दोनों बचेंगे और साथ ही अनावश्यक परेशानी से वरिष्ठ नागरिक भी बचेंगे लेकिन सरकार के नोकरशाह है के मानते ही नहीं वोह तो गहलोत सरकार की सभी संवेदनशील योजनाओं को नुकसान पहुँचने में लगे है .............अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
01 जून 2013
राजस्थान सरकार के राजस्थान के अधिकारी और मंत्री की नादानी की वजह से वरिष्ठ नागरिक कोंग्रेस सरकार के खिलाफ बगावत पर उतर रहे है ......
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आज की ब्लॉग बुलेटिन शो-मैन तू अमर रहे... ब्लॉग बुलेटिन मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
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