महोब्बत का कभी इजहार कर दे
उजड़ा हूँ मुझे आबाद कर दे
हमें तौफीक दे अच्छे हाल की
हमें फिर साहिबे किरदार कर दे
तड़प ऐसी बुलंदी की नहीं है
जो अपनो से मुझे बेज़ार कर दे
शिकारी जाल फैलाये हुए हैं
परिंदों को कोई होशियार कर दे
ना देखे जायेंगे अश्के-निदामत
किसी की जीत मेरी हार कर दे
कोई नगमा कहो ऐसा भी जाना
जो सोई कॉम को होशियार कर दे......
महोब्बत का कभी इजहार कर दे
उजड़ा हूँ मुझे आबाद कर दे
हमें तौफीक दे अच्छे हाल की
हमें फिर साहिबे किरदार कर दे
तड़प ऐसी बुलंदी की नहीं है
जो अपनो से मुझे बेज़ार कर दे
शिकारी जाल फैलाये हुए हैं
परिंदों को कोई होशियार कर दे
ना देखे जायेंगे अश्के-निदामत
किसी की जीत मेरी हार कर दे
कोई नगमा कहो ऐसा भी जाना
जो सोई कॉम को होशियार कर दे......
उजड़ा हूँ मुझे आबाद कर दे
हमें तौफीक दे अच्छे हाल की
हमें फिर साहिबे किरदार कर दे
तड़प ऐसी बुलंदी की नहीं है
जो अपनो से मुझे बेज़ार कर दे
शिकारी जाल फैलाये हुए हैं
परिंदों को कोई होशियार कर दे
ना देखे जायेंगे अश्के-निदामत
किसी की जीत मेरी हार कर दे
कोई नगमा कहो ऐसा भी जाना
जो सोई कॉम को होशियार कर दे......
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