कोटा। कोटा में किसी भी थाने में छोटे से छोटे अपराध में गिरफ्तार होने वाले मुल्जिमों को अब करीब 70 किमी. दूर रामगंजमंडी न्यायालय में पेश किया जाएगा। कोटा में लम्बे समय से चल रही वकीलों की हड़ताल का असर अब व्यापक रूप में दिखने लगा है। पूर्व में जहां राजस्थान उच्च न्यायालय ने कोटा के 18 न्यायिक अघिकारियों को अन्य जिलों का अतिरिक्त कार्यभार देकर यहां से रवाना कर दिया था। अब इससे आगे की कार्यवाही को अपनाते हुए कोटा के न्यायालयों का क्षेत्राघिकार रामगंजमंडी न्यायालय को दिया गया है। यह आदेश उच्च न्यायालय के आदेश की पालना में कोटा के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने दिए हैं।
जमानत कराने से लेकर चालान पेश करने व जब्त वाहन तक को छुड़ाने के लिए अब पुलिस व अभियुक्तों को वहां जाना होगा। अघिकृत सूत्रों के अनुसार राजस्थान न्यायिक इतिहास में ऎसा संभवत: पहली बार हुआ है। इधर, हड़ताल के चलते गिरफ्तार अभियुक्तों की जमानत नहीं होने से जेल में अभियुक्तों की संख्या भी पहले से काफी बढ़ गई है।
सोमवार से सुबह की अदालतें
राजस्थान उच्च न्यायालय व इसके अधीनस्थ न्यायालयों का समय सोमवार से सुबह का हो जाएगा। सोमवार से अदालतें सुबह 7.30 से 12.30 बजे तक खुलेंगी।
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